कानपुर (उत्तरप्रदेश) – कानपुर के संवेदनशील इलाके बाबूपुरवा में शुक्रवार को धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश हुई। यहां इलाके में अमन-चैन का माहौल बिगाड़ने के लिए उपद्रवियों ने एक मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति खंडित कर दी। साथ ही चेहरे पर कालिख पोत दी। इसकी सूचना मिलते ही एक पक्ष के लोग आक्रोशित हो गए। वे इसके विरोध में देर रात सड़कों पर उतर आए। लोगों ने करीब दो घंटे तक खूब हंगामा किया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सर्किल सीओ ने अपनी सूझबूझ से किसी तरह माहौल को बिगड़ने से संभाला।
मंदिर में हनुमानजी की खंडित प्रतिमा
मामला बाबूपुरवा थाना क्षेत्र के बाबूपुरवा कॉलोनी का है। यहां बजरंगबली का पुराना मंदिर हैं। यहां रहने वाले रोजाना सुबह-शाम दर्शन करने आते हैं। शुक्रवार की देर शाम एक महिला मंदिर में दीया जलाने पहुंची। हनुमानजी की मूर्ति को खंडित देख वह सकते में आ गई। बजरंगबली का बायां हाथ टूटा पड़ा वही, उनके चेहरे के सिंदूर को पोंछ कर कालिख पोत दी गई थी। यह देखकर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। इससे आसपास के लोग इकट्ठा हो गए।
लोगों ने मचाया बवाल
लोगों ने जब खंडित मूर्ति देखी, तो वे आक्रोशित हो गए। उन्होंने बवाल मचाना शुरू कर दिया। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंचे एसओ अजय कुमार वर्मा ने माहौल को संभालने की काफी कोशिश की। हालांकि, लोग नहीं माने। इसके बाद दो थानों की पुलिस को बुला लिया गया।
मौके पर पहुंचे सर्किल सीओ
हंगामा की सूचना पर सर्किल सीओ पवित्र मोहन त्रिपाठी भी मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों का कहना था कि उपद्रवियों ने हनुमानजी की मूर्ति तोड़कर धार्मिक उन्माद और सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की है। जिन लोगों ने इतनी घिनौनी हरकत की है, उन्हें तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सीओ ने किसी तरह उन्हें शांत कराया और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिया।
अज्ञात लोगों के खिलाफ दी गई तहरीर
प्रदर्शनकारियों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। मामले की छानबीन भी शुरू कर दी गई है। बताते चलें कि आलाधिकारियों ने बलवा से निपटने के लिए पुलिस लाइन में शुक्रवार की सुबह एक मॉक ड्रिल की थी। आईजी आशुतोष पांडेय ने इस दौरान निशाना भी लगाया था। साथ ही जांबाज सिपाहियों को भी इसकी ट्रेनिंग दी थी। बावजूद इसके यह घटना हुई।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर