अधिवक्ता प्रशांत भूषण को ‘हिन्दू राष्ट्र’ के संदर्भ में पेटदर्द !
मुंबई : ‘जिनपर हत्याओं के आरोप हैं, ऐसे मुख्य प्रवाह से बाहर के संघटन (फ्रिंज ऑर्गनायझेशन्स) हिन्दू राष्ट्र के संदर्भ में चर्चा करने हेतु एकत्रित होकर मुख्य प्रवाह में आ गए हैं !’ ऐसा, हिन्दूविरोधी विवादास्पद ट्विटस करने के लिए ‘विख्यात’ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने इस संदिग्ध अर्थ का ट्विट किया है !
अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने इसके पहले भी भगवान श्रीकृष्ण, कश्मीर समस्या आदि विषयों पर अत्यंत हीन स्तर तक जा कर ट्विट के माध्यम से आलोचना की है। इसके कारण विविध स्थानों पर जनक्षोभ उमडने के कारण उनके विरोध में अनेक जगहों पर परिवाद प्रविष्ट किए गए हैं। कश्मीर के संदर्भ में उनकेद्वारा दिए गए वक्तव्य के कारण राष्ट्रप्रेमीयोंद्वारा उनके साथ मारपीट भी की गई थी ! (भारतीय लोकतंत्र ने हर व्यक्ति एवं संघटनों को अपने विचारों को रखने की तथा उसके अनुसार क्रियान्वयन करने की स्वतंत्रता प्रदान की है। इस आधार से ही हिन्दू जनजागृति समिति को ‘हिन्दू राष्ट्र’ हेतु कार्य करने का पूरा संवैधानिक अधिकार है। हिन्दू जनजागृति समिति के विरोध में पूरे देश में व्याप्त एक भी पुलिस थाने में किसी भी प्रकार का कोई सामान्य परिवाद भी प्रविष्ट नहीं है। ऐसा होते हुए भी सर्वोच्च न्यायालय में कार्यरत अधिवक्ता प्रशांत भूषण इस प्रकार के आधारहीन एवं अध्ययनरहित वक्तव्य देकर अपनी हिन्दूविरोधी वृत्ति का ही परिचय दे रहे हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना के संदर्भ में चर्चा करने हेतु रामनाथी, गोवा में होनेवाले ‘छठे अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ में १५० से भी अधिक संघटन, संघटित हो रहे हैं। इस हिन्दू अधिवेशन को पूरे देश में मिल रहे समर्थन के कारण उत्पन्न पेटदर्द के कारण ही अधिवक्ता प्रशांत भूषणद्वारा यह ट्विट किया गया है। इस ट्विट के नीचे ही उन्होंने हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित पत्रकार परिषद के छायाचित्र को प्रसिद्ध किया है।
कुछ फॉलोअर्स ने प्रशांत भूषण के पक्ष में, तो कुछ लोगों ने हिन्दू जनजागृति समिति के समर्थन में ट्विट किया है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात