अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन की पृष्ठभूमि पर गत कुछ दिनों से उलटे-सीधे समाचार प्रसारित हो रहे हैं । वामपंथियों का वर्चस्व होनेवाले प्रसारमाध्यमों द्वारा अब हिन्दू जनजागृति समिति का उल्लेख करते समय वह हर बार ‘एक विद्वेषी संगठन’, ऐसा किया जा रहा है । इस कालावधि में प्रसारमाध्यमों द्वारा हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आपकी ब्लू प्रिंट क्या है ?, हिन्दू राष्ट्र में मुसलमानों का क्या करेंगे ?, जैसे प्रश्न उपस्थित कर हिन्दू राष्ट्र संबंधी नकारात्मकता फैलाने का षड्यंत्र चल रहा है । इन सभी प्रश्नों का हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेजी ने उनकी स्थायी शैली में स्पष्ट प्रत्त्युत्तर दिया ।
हिन्दू राष्ट्र स्थापना की भूमिका इस विषय पर बोलते समय हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेजी ने कहा,
१. लोकतंत्र की गत ७० वर्षों की कालावधि में वाम विचारधारा के लोग यह भूल गए हैं कि, ब्रिटीश और मुघल भारत में आने से पहले भारत एक समर्थ हिन्दू राष्ट्र ही था ।
२. उस समय विश्व के निराश्रित पारसी, ज्यू, इराणी लोगों को आश्रय देनेवाला केवल भारत ही था ।
३. अब हमारा विकासदर ६ प्रतिशत से ७ प्रतिशत पर गया, तो भी आनंद व्यक्त किया जाता है; परंतु विदेशी अभ्यासक एंगर्स मेडिसन ने लिखा है कि, उस समय भारत का विकासदर ३४ प्रतिशत था ।
४. हमें हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए अलग ब्लू प्रिंट बनाने की क्या आवश्यकता है ? भारत में मुसलमान आक्रमणकारी एवं अंग्रेज आने से पूर्व भारत एक समर्थ हिन्दू राष्ट्र था । हमारे पास कौटिल्य का अर्थशास्त्र था, स्थापत्यशास्त्र, नृत्यशास्त्र आदि सबकुछ समृद्ध था । हम तो इस देश पर अंग्रेजों द्वारा लादा गया झूठा लोकतंत्र हटाने की ब्लू प्रिंट तैयार कर रहे हैं ।
५. जिस प्रकार रामायण होने से पहले ही ऋषि वाल्मीकि ने उसे लिखकर रखा था, उसी प्रकार द्रष्टा संत परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने वर्ष १९९८ में ही भारत में २०२३ में हिन्दू राष्ट्र आएगा, ऐसा लिखा है । उसके लिए अभी जनमानस तैयार हो रहा है, यह देश की विविध घटनाआें से सुस्पष्ट हुआ है । अब इस अधिवेशन में आए हिन्दू धर्माभिमानी यह विषय जनमानस पर अंकित करेंगे ।
६. हिन्दू राष्ट्र में किसी का तुष्टिकरण नहीं होगा । सबको समान अधिकार होंगे ।
अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के विरोध में हुए अपप्रचार को श्री. रमेश शिंदेजी दिया कडा उत्तर !
१. अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के विषय में वृत्तसंकलन करते समय कुछ समाचार-पत्रों ने हिन्दू जनजागृति समिति का उल्लेख एक विद्वेषी दाहिनी विचारधारा का संगठन इस प्रकार किया । वास्तविक हिन्दू जनजागृति समिति का कार्य पूरे देश में वेग से चल रहा है । मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम न लेफ्ट हैं, न राईट हैं, हम करेक्ट हैं । हम हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के उचित मार्ग पर ही चल रहे हैं ।
२. कुछ हिन्दूद्वेषी लोगों ने इस अधिवेशन पर प्रतिबंध लगे, इसके लिए लघुसंदेश अभियान चलाया । ऐसे लोगों को इस देश की बरबादी के नारे लगानेवाले चल जाते हैं; परंतु संवैधानिक मार्ग से की गई हमारी हिन्दू राष्ट्र की मांग क्यों नहीं चलती ?