कानून का प्रभावी उपयोग एवं हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देने की आवश्यकता !
विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी (गोवा) : हिन्दुओं के सामने लव जिहाद एवं धर्मांतर ये २ बडी समस्याएं हैं । इन समस्याओं के निराकरण के लिए कानून का उपयोग, हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देना, धर्मपरिवर्तित लोगों का शुद्धिकरण करना आदि मार्गों को अपनाना पडेगा ।
यहां चल रहे अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में १५ जून को आयोजित ‘लव जिहाद एवंं धर्मांतर को प्रतिबंध आवश्यक’ विषय पर उपरोक्त चर्चासत्र में साम्मलित वक्ताओं ने अपने मत प्रस्तुत किए ।
क्षणिकाएं
१. इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने उस्पूर्त होकर ‘स्वामी श्रद्धानंद की जय हो, प.पू. भाऊ मसुरकर की जय हो, मनु महाराज की जय हो’, ऐसी घोषणाएं की ।
२. डॉ. कौशिकचंद्र मल्लिक ने अपने भाषणाचा आरंभ सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले के चरणों में वंदन कर किया ।
सत्र में सम्मत किए गए प्रस्ताव
१. केंद्र शासन को सभी राज्यों को लागू होनेवाला धर्मांतर बंदी कानून पारित करना चाहिए ।
२. वनवासी क्षेत्र में ईसाई मिशनरियों को अनाथालय तथा अन्य कोई भी सेवाकार्य करने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ।