हिन्दूविरोधी विचारधारा अभी तयार हुई है, ऐसा नहीं, अपितु चार्वाक की कालावधि से यह विचारधारा चल रही है । इस्लाम तथा ईसाईयों के (ख्रिस्तियन) माध्यम से हिन्दू विचारधाारा पर अधिक आक्रमण होने लगे । अधिकांश हिन्दू रहनेवाला मलेशिया आज मुस्लीम बहुल है । यदि भारत के हिन्दुओं को समय रहते ही धर्मांधों का संकट ध्यान में नहीं आया, तो वर्ष २०५० में भारत की स्थति भी मलेशियासमान होने में विलंब नहीं लगेगा ।
…तो भारत की स्थिति मलेशिया समान होगी – अधिवक्ता देवदास शिंदे, हिन्दू स्वाभिमान प्रतिष्ठान, पुणे
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