रामनाथी (गोवा) – १५ जून को अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में ‘मंदिर सरकारीकरण का विरोध और मंदिरों की पवित्रता की रक्षा’, इस विषय पर आयोजित उद्बोधन सत्र में अयोध्या में राममंदिर के निर्माण में आनेवाली समस्याएं और हिन्दुत्वनिष्ठों का कर्तव्य इस विषय पर अधिवक्ता श्री. हरि शंकर जैन ने कहा कि अयोध्या में राममंदिर का निर्माण, यह हिन्दू और राष्ट्र दोनों की अस्मिता का विषय है । अयोध्या में राममंदिर था, इसके अनेक प्रमाण विविध न्यायालयों में दिए गए तथा उन्होंने भी उस विषय में निर्णय दिया है । वर्तमान में राममंदिर का विषय सर्वोच्च न्यायालय में न्यायप्रविष्ट है । संक्षेप में इस प्रकरण में हिन्दू रामजन्मभूमि का अधिकार नहीं छोडेंगे तथा एक इंच भूमि भी मस्जिद के लिए नहीं देंगे । ६ दिसंबर २०१७ को सर्व हिन्दुत्वनिष्ठ बैठक कर राममंदिर निर्माण का दिनांक घोषित करेंगे तथा उस दिशा में मार्गक्रमण करेंगे । हम अयोध्या में राममंदिर बनाने के लिए प्रयत्न करेंगे । अभी तक हिन्दू ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ ऐसे नारे लगाते थे । अब इससे आगे ‘रामलला हम आ रहे हैं । मंदिर वहीं बनाने जा रहे हैं ।’, ऐसे नारे लगाएंगे ।
अयोध्या में राममंदिर बनाने के लिए प्रयास करेंगे – अधिवक्ता श्री. हरि शंकर जैन, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस
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