विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी (गोवा) – १५ जून को अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में ‘मंदिर सरकारीकरण का विरोध और मंदिरों की पवित्रता की रक्षा’, इस विषय पर आयोजित उद्बोधन सत्र में अधिवक्ता अर्चना जी. ने बताया कि, तमिलनाडु के तिरुवण्णामलई में स्थित मंदिर की संपत्ति में घोटाला किया गया है । उसके विरुद्ध न्यायालयीन लडाई जारी है । इसी प्रकार, देवता के समीप जाकर दर्शन करने के लिए १ सहस्र ५०० रुपए जमा करने पडते थे । उसके विरुद्ध भी न्यायालयीन लडाई लडने पर यह अनाचार रुका । मंदिर की संपत्ति पुनः धर्माभिमानी हिन्दुआें के हाथ में आने के लिए संघर्ष करना पडेगा ।