श्री विद्याधिराज सभागृह (रामनाथी) : षष्ठ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में १६ जून को ‘लोकतंत्र में फैली दुष्प्रवृत्तियों का निर्मूलन’ इस विषय के उद्बोधन सत्र में वे मार्गदर्शन करते हुए श्री. टी.एन. मुरारी ने कहां कि, तेलंगाना का तेलंगाना राष्ट्र समितीप्रणित शासन तथा सभी राजकीय पक्ष अल्पसंख्यकों का सर्वाधिक तुष्टीकरण कर रहे हैं । आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में अल्पसंख्यकों के भरोसे पर शासन स्थापित किया जाता है । इसलिए वहां सभी पक्ष ‘इफ्तार’ भोज का आयोजन करते हैं । उनमें राजकीय नेताआें सहित प्रशासकीय अधिकारी भी सम्मिलित होते हैं; परंतु वही नेता और अधिकारी गणेशोत्सव के समय गणेशपूजन के लिए बुलाकर भी नहीं आते । तेलंगाना में पहले १ सहस्र तालाब थे । अब वहां केवल १२ तालाब रह गए हैं । उस स्थान पर देवताआें की मूर्तियां विसर्जित करने से रोका जाता है; क्योंकि उस क्षेत्र में अल्पसंख्यकों ने अनेक मस्जिदें बनाई हैं । तेलंगाना राष्ट्र समिति का शासन अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए बहुसंख्यकों का आरक्षण और सुविधाएं देनेका निरंतर प्रयत्न कर रहा है । उस क्षेत्र में चर्च और मस्जिद बनाने के लिए तहसील कार्यालय से तत्काल अनुमति दी जाती है ।
तेलंगाना में सर्व पक्षों द्वारा अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण ! – श्री. टी.एन. मुरारी
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