श्री विद्याधिराज सभागृह (रामनाथी) : षष्ठ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में १६ जून को ‘लोकतंत्र में फैली दुष्प्रवृत्तियों का निर्मूलन’ इस विषय के उद्बोधन सत्र में ‘सनबर्न फेस्टिवल’ के विरोध में किए गए आंदोलन की सफलता के संदर्भ में अपना अनुभव बताते हुए श्री चंद्रकांत वारघडे ने कहां कि, सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति और अन्य हिन्दुत्वनिष्ठों ने भी ‘सनबर्न फेस्टिवल’ का तीव्र विरोध किया था । इसलिए, इस फेस्टिवल के आयोजकों के सामने प्रश्न उपस्थित हुआ है कि उस स्थान पर पुनः कार्यक्रम किया जाए अथवा नहीं । इस फेस्टिवल को विविध शासकीय विभागों ने आयोजन के लिए किस प्रकार और कब अनुमति दी, इसकी जानकारी सूचना के अधिकार के अंतर्गत मांगने से अनेक अवैध बातों का पता चला । कोई भी बडा कार्यक्रम हो, उसके विरुद्ध सूचना के अधिकार का प्रयोग करना, आंदोलन की दृष्टि से उपयोगी होता है ।