रामनाथ देवस्थान (गोवा) : अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में १६ जून को राष्ट्रप्रेमी हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ताआें ने राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु किए संघर्ष के अनुभवकथन का सत्र हुआ । इस सत्र में उपस्थित अधिवक्ताआें ने संगठनात्मक रूप से एकत्र आकर राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु वज्र की मुठ्ठी बनने का संकल्प लिया ।
इस समय लखनऊ की ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’ के अध्यक्ष अधिवक्ता हरि शंकर जैन, वाराणसी स्थित ‘बुद्धिमत्ता समूह के साथ भारत’ के संस्थापक अध्यक्ष अधिवक्ता कमलेशचंद्र त्रिपाठी, तमिलनाडु की अधिवक्ता अर्चना जी., ओडिशा के अधिवक्ता सुरेश पांडा, ठाणे के अधिवक्ता प्रकाश साळसिंगीकर, जलगांव के अधिवक्ता निरंजन चौधरी, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक सदस्य अधिवक्ता सुरेश कुलकर्णी, परिषद के अधिवक्ता चेतन मणेरीकर तथा अधिवक्ता नीलेश सांगोलकर ने उपस्थितों का मार्गदर्शन किया ।
‘राष्ट्र एवं धर्म रक्षा हेतु अधिवक्ताआें का संघर्ष’ इस सत्र में अधिवक्ताआें का मार्गदर्शन
१. हिन्दूद्वेषियों के विरुद्ध कानूनी लडाई लडने के लिए तैयार हैं ! – अधिवक्ता कमलेशचंद्र त्रिपाठी