रामनाथ देवस्थान (गोवा) : हिन्दू धर्म के प्रति अभिमान एवं संवेदनशीलता रहनी चाहिए । धर्म पर हो रहे आघात प्रतिदिन बढ रहे हैं, ऐसे में उनके विरोध में निवेदन देना आदि निरंतर जारी रखना आवश्यक है । हिन्दूद्वेषियों के विरुद्ध कानूनी लडाई लडने के लिए हम तैयार हैं । हिन्दू राष्ट्र की आधारशिला समान नागरी संहिता लागू होनी चाहिए । जिस दिन वह लागू होगी, वह हिन्दू राष्ट्र की पहली सीढी होगी । एेसा मार्गदर्शन अधिवक्ता कमलेशचंद्र त्रिपाठीने किया । वे अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में १६ जून को राष्ट्रप्रेमी हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ताआें ने राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु किए संघर्ष के अनुभवकथन इस सत्र में बोल रहे थे ।