रामनाथी (गोवा) – बांग्लादेश के अत्याचारित और पीडित हिन्दुआें को उनकी सुरक्षा के लिए बांग्लादेश में स्वतंत्र भूमि देने के लिए भारत शासन और हिन्दुत्वनिष्ठों को सहायता कर शासन पर दबाव बनाना चाहिए । वहां के अल्पसंख्यक हिन्दुआें को स्वतंत्र भूमि दी गई, तो हम वहां हिन्दू राष्ट्र स्थापित किए बिना चैन से नहीं बैठेंगे, ऐसा प्रतिपादन बंगाल राज्य के दक्षिण २४ परगना जिले के निखील बंग नागरी महासंघ के श्री. सुभाष चक्रवर्ती ने किया । अधिवेशन के चौथे दिन के प्रथम सत्र में ‘बांग्लादेश के हिन्दुआें के अधिकारों की लडाई’ इस विषय पर वे बोल रहे थे ।
उन्होंने आगे कहा कि,
१. धर्मांधों ने ही हिन्दुआें पर अत्याचार कर देश के टुकडे किए हैं । आज भी धर्मांध भारत के टुकडे कर इस्लामी राष्ट्र बनाने का प्रयास कर रहे हैं । उन्हें रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र लाना आवश्यक है ।
२. भारत और बांग्लादेश के हिन्दुआें पर अत्याचार हो रहे हैं तथा उन्हें रोकने के लिए हिन्दुत्वनिष्ठ जनप्रतिनिधियों को दृढता से बताएं कि हिन्दुआें पर अन्याय करने से आपको मत नहीं मिलेंगे तथा हमारे मतों पर चुनकर आने के पश्चात अन्याय होनेपर आपको सत्ता छोडनी पडेगी ।
३. प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आने से पूर्व कहा था कि यदि सत्ता मिली, तो बांग्लादेशी घुसपैठियों को भगा देंगे । सत्ता मिलकर ३ वर्ष हो चुके हैं, मोदीजी यह बताएं कि उन्होंने कितने घुसपैठियों को भगाया है ।
४. भारत में श्रीलंका, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आनेवाले हिन्दू शरणार्थियों को संवैधानिक दर्जा देकर सुविधाएं दी जाती हैं; परंतु बांग्लादेश से आनेवाले हिन्दू शरणार्थियों को वैसा दर्जा और सुविधाएं नहीं दी जातीं ।