रामनाथी, गोवा : डासना, उत्तरप्रदेश के सिद्धपीठ श्री प्रचंड चंडीदेवी मंदिर की यति मां चेतनानंद सरस्वतीजी ने कहा, हिन्दू धर्म के लिए कार्य करते हुए मेरे गुरु यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ३१ बार कारागृह गए । हमें भी अनेक बार कारागृह जाना पडे, तब भी हम हिन्दू धर्म का कार्य नहीं छोडेंगे । (यति मां चेतनानंद सरस्वतीजी जैसे संत ही हिन्दू धर्म की खरी शक्ति हैं ! – संपादक) देश में ८० प्रतिशत बचे हिन्दू, लडना भूल गए हैं । इसीलिए हम स्वरक्षा के लिए प्रशिक्षण देते हैं । कानून सम्मत शस्त्र रख अपनी रक्षा करना, हम सभी का अधिकार है । अब केवल राधा-कृष्ण की कथा बांचने का नहीं, धर्म के लिए कृति करने का समय आ गया है । इसके लिए आध्यात्मिक शक्ति बढाने के लिए डासना पीठ की ओर सेे यज्ञयाग आदि किए जाते हैं । जाति-जाति में बिखरे हिन्दुआें को संगठित करने के प्रयत्न किए जाते हैं ।