कार्तिक कृष्ण पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
भाग्यनगर (तेलंगना) – हिन्दू मक्कल कच्छीने (हिन्दू जनता पक्ष) द्वारा २९ सितंबरको यहांके पादरी मोहन सी. लासारसईद्वारा हिन्दुओंके भगवान एवं उनकी धार्मिक प्रथा एवं परंपराओंकी विडबना होनेके निषेधार्थ उनके विरोधमें आंदोलन किया गया। (हिन्दू बहुसंख्यक भारतमें अन्य धर्मियोंद्वारा हिन्दुओंके आस्थास्थानोंकी विडम्बना रोकनेके लिए हिन्दुओंको आंदोलन करना पडता है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
यहाके पादरी मोहन ईसाईयोंकी प्रार्थनासभामें हिन्दू देवी-देवताओंको भूत एवं पिशाच ऐसा सम्बोधित करते हैं । ऐसे कार्यक्रमोंके लिए मोहन कुछ राजनीति व्यक्ति एवं चलचित्र कलाकारोंकी सहायता लेते हैं । (हिन्दुओ, यह हिन्दुविरोधी षडयंत्र आप कैसे विफल करेंगे? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात) पादरी मोहनद्वारा व्याधियोंको अच्छा करनेका दावा किया जाता है । इस अवसरपर एक निवेदनद्वारा तामिलनाडूमें मोहनद्वारा आयोजित प्रार्थनासभा निरस्त करने, दूरचित्रवाणीपर होनेवाले उनके कार्यक्रमोंपर प्रतिबंध लगाने, उनके आर्थिक व्यवहारोंकी जांच होने तथा शासनद्वारा उनकी पूरी संपत्ति नियंत्रणमें लेकर उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनके अंतर्गत बंदी बनाए जानेकी मांग की है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात