अमरावती में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ द्वारा ज्ञापन प्रस्तुत !
अमरावती : छत्रपति शिवाजी महाराज ने हर स्त्री के साथ मातासमान आचरण करने का आदर्श स्थापित किया है। साध्वी प्रज्ञासिंह पर आरोप सिद्ध न होते हुए भी उनका अमानवीय छल किया गया। आज यदि छत्रपति शिवाजी महाराज होते, तो ऐसा समय ही नहीं आता !
हमारी मातासमान साध्वी का छल करनेवालों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। शिवसेना के नगरप्रमुख श्री. नरेंद्र केवले ने ऐसा प्रतिपादित किया। हिन्दू जनजागृति समिति एवं समविचारी हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों की ओर से यहां के राजकमल चौक पर १३ जून को यहां ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ आयोजित किया गया। इस अवसर पर वे बोल रहे थे।
१४ जून को, आंदोलन में की गई मांगों का ज्ञापन अप्पर जिलाधिकारी श्री. परदेसी को प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि, वे इस ज्ञापन को आगे भेजेंगे।
श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. अभिषेक दीक्षित ने कहा कि, कोल्हापुर की श्री महालक्ष्मीदेवी की मूर्ति को दो वर्ष पूर्व रासायनिक लेप लगाया गया; परंतु तत्पूर्व हिन्दू धर्म के संतों का मार्गदर्शन लेना चाहिए था। धर्मशिक्षा के अभाव में संतों का महत्त्व न होने से ऐसे अयोग्य कृत्य किए जाते हैं। ऐसे कृत्य करनेवालों को कठोर दंड दिया जाए।
इस समय श्री योग वेदांत सेवा समिति के श्री. मानव बुद्धदेव, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. हेमंत खत्री तथा सनातन संस्था की श्रीमती विभा चौधरी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन श्रीमती अर्चना मावळे ने किया। इस अवसर पर श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. महेश लडके तथा श्री. करण धोटे के साथ कुल ४० से भी अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात