यदि ऐसा है, तो सिक्खों का हत्याकांड करनेवाले, घोटालेबाज एवं सभी देशद्रोही कांग्रेसी नेताओं को पुणे में प्रवेशबंदी करनी चाहिए !
पुणे : शहर को पालकी की परंपरा है। पुणे सांस्कृतिक नगर है। इस नगर में भिडेगुरुजी के समर्थकों ने पालकी समारोह की कालावधि में किया प्रकरण निषेधपूर्ण है तथा भविष्य में पुणे नगर में गणेशोत्सव समान कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसमें संभाजी भिडेगुरुजी के कारण अनुचित घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए उन्हें पुणे नगर में प्रवेशबंदी करें, महानगरपालिका के कांग्रेस गुटनेता अरविंद शिंदे ने ऐसी द्वेषपूर्ण मांग की ! (इससे कांग्रेसजनों के विचार कितने हिन्दुद्वेषी है, यह ध्यान में आता है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१८ जून को श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के धारकरी ज्ञानेश्वर माऊली की पालकी में सम्मिलित हुए थे। इस घटना का निषेध व्यक्त करने हेतु २० जून को आयोजित पत्रकार परिषद में वे बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकरण में पुलिसकर्मियोंने भी उदासीनता दिखाई है। पालकी समारोह में सम्मान की दिंडी में संभाजी भिडे के कार्यकर्ता एकाएक तलवार लेकर प्रवेश करते समय पुलिस क्या कर रही थी ? (कार्यकर्तृत्व एवं आयु में बडे मान्यवरों का उचित आदर से उल्लेख न करनेवाले एवं नैतिकता का अभाव रहनेवाले कांग्रेस के अरविंद शिंदे ! ऐसे कांग्रेसी नेताओं के कारण ही समाज में से नैतिकता नष्ट हो गई है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात