कार्तिक कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
लखनऊ (उत्तरप्रदेश) – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में दिए गए अपने लम्बे उद्बोधन में कई बातें साफ कर दीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अभी समय देना चाहिए। संघ मुस्लिम विरोधी नहीं है लेकिन तुष्टीकरण को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समाज में लव जिहाद के मामलों को बहुत ही चिन्ताजनक बताते हुए उन्होंने इसके विरोध के लिए समाज को तैयार करने की आवश्यकता जतायी।
हो रहा परिवर्तन
सरसंघचालक यहां तीन दिन चली संघ की कार्यकारी मंडल की बैठक का रविवार शाम समापन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परिवर्तन हुआ है। परिवर्तन हो रहा है और परिवर्तन जारी रहेगा। हम लोगों को इसका स्वागत करना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और परिदृश्य का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर स्थितियों में भी परिवर्तन आया है। पहले जिस तरह से सीमाओं पर हमले होते थे और हम चुप बैठे रहते थे, वह अब नहीं हो रहा है। सरकार ने ठीक से जवाब दिया है।
संघ मुस्लिम विरोधी नहीं
कुछ प्रतिनिधियों द्वारा संघ की मुस्लिम विरोधी छवि की चर्चा किए जाने पर उन्होंने कहा कि संघ मुसलमानों का विरोधी नहीं है मगर अगर सरकारें तुष्टीकरण करेंगी तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उसका विरोध किया जाना चाहिए।
बैठक में कुछ प्रतिनिधियों द्वारा लव जिहाद को भारतीय संस्कृति पर हमला बताते हुए केन्द्र सरकार द्वारा ठोस कदम उठाए जाने की चर्चा पर भागवत ने कहा कि लव जिहाद के मामले में समाज को तैयार करना होगा। यह बहुत ही चिन्ताजनक है। बैठक में कुछ प्रतिनिधियों ने देश में हिन्दुओं के उत्पीड़न की बात उठायी और कहा कि इससे निपटने की जरूरत है। प्रतिनिधियों का कहना था कि कई राज्य सरकारों की नीतियां भी हिन्दू विरोधी हैं।
स्त्रोत : लाइव्ह हिंदुस्थान