उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में विकास प्राधिकरणद्वारा हरिट पट्टी में हुए अवैध निर्माण के दौरान एक मंदिर की दीवार तोडने पर लोगों ने तीन घंटे तक चक्काजाम कर दिया। बुधवार (२८ जून) को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) राज नगर डिस्ट्रिक्ट सेंटर (आरडीसी) से संजय नगर को जोडनेवाली सडक पर अवैध निर्माण के विरोध में कार्रवाई कर रहा था। राज नगर के सेक्टर दो में स्थित एक मंदिर का बाहरी हिस्सा और चारदिवारी का कुछ भाग जीडीए ने गिरवा दिया। प्राधिकरण की कार्रवाई से नाराज स्थानीय लोगों ने सडक पर मलबा और मोटरसाइकिल जमा करके जाम लगा दिया।
प्रदर्शनकारियों ने बुधवार दोपहर ठीक १२ बजे चक्काजाम किया। चक्काजाम की खबर मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप दुबे मौके पर पहुंचे। दुबेद्वारा काफी समझाने-बुझाने पर प्रदर्शकारियों ने दोपहर तीन बजे चक्काजाम समाप्त किया। भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा सदस्य राबिन चौधरी के अनुसार मंदिर मौजूदा जगह पर ३० साल पहले बना था।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने इस अभियान के तहत हरित पट्टी में बने कई अवैध निर्माण तुडवाए। चौधी ने टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार से कहा कि उन लोगों ने प्राधिकरण के अधिकारियों से मंदिर का बाहरी हिस्से को न तुडवाने की अपील की। चौधरी के अनुसार उन लोगों ने प्राधिकरण से मंदिर के बाहरी हिस्से का सौंदर्यीकरण के लिए भी अनुरोध किया था। गाजियबाद प्राधिकरण जिले में मौजूद दो हरित पट्टियों के सौंदर्यीकरण का अभियान चला रहा है।
चार किलोमीटर लंबी इन हरित पट्टियों में से एक संजय नगर से विवेकानंद नगर फ्लायओवर तक जाती है जिस पर विवादित मंदिर स्थित है। दूसरी हरित पट्टी विवेकानंद नगर फ्लायओवर से राज नगर एक्सटेंशन के बीच है। गाजियबाद विकास प्राधिकरण के सेक्रेटरी रविंद्र गोडबोले ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि प्राधिकरण का मंदिर को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। गोडबोले ने बताया कि प्राधिकरण मंदिर के आसपास के इलाके का सौंदर्यीकरण कराएगा। घटना के बाद पुलिस ने मंदिर के आसपास सुरक्षा बंदोबश्त बढ़ा दी है।
स्त्रोत : जनसत्ता