हंपी के तुंगभद्रा नदी में स्थित कोटीलिंग मे से सबसे बडे शिवलिंग की अज्ञातोंद्वारा तोडफोड !
बाबरी मस्जिद गिरानेपर आक्रोश करनेवाले सेक्युलर था कर्नाटक में काँग्रेस की सरकार अब चुप्प क्यों है ?
विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हंपी आज युनेस्को के विश्व विरासत सूची में शामिल है, परंतु ताजमहल आैर हुमायुं का मकबरा इनपर करोडो रुपये खर्च करनेवाला भारतीय पुरातत्व विभाग हंपी को नष्ट होते देख रहा है । बाबरी मस्जिद गिरानेपर आक्रोश करनेवाले सेक्युलर आज चुप बैठे है । कर्नाटक में काँग्रेस की सरकार भी चुप्पी साध बैठी है ।
हम्पी (कर्नाटक) : यहां तुंगभद्रा नदी में स्थित जागतिक दर्जा प्राप्त होनेवाले शिवलिंग की २८ जून को अज्ञातोंद्वारा तोडफोड की घटना सामने आर्इ है ।
बेल्लारी पुलिस अधीक्षक चेतन आर्.एस्. के अनुसार तुंगभद्रा नदी के पात्र में स्थित पत्थरोंपर होनेवाले स्वयंभू शिवलिंगोमें से एक शिवलिंग की तोडफोड की गर्इ । हम संदिग्धों को खोज रहे है । यह घटना स्मारक संस्कृती संरक्षण सेना के कार्यकर्ताआें ने ध्यान में लाकर दी । (इसका अर्थ संघटना ने यह ध्यान में नहीं लाया होता, तो यह बात पुलिस तथा प्रशासन आैर पुरातत्व विभाग को समझती ही नहीं थी । इसका अर्थ जागतिक विरासत होनेवाले हिन्दुआें के स्थलों की भारत में किस प्रकार उपेक्षा होती है, यह इससे ध्यान में आता है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति)
यदि १० दिन में आरोपीयोंपर कोर्इ कार्यवाही नहीं की गर्इ, तो रास्ता रोको आन्दोलन किया जाएगा, एेसी चेतावनी सेना ने दी है ।
हिन्दूआे, अपने विरासत के रक्षण हेतु कटिबध्द हो तथा हिन्दू जनजागृति समिती के राष्ट्रीय आंदोलन में सम्मिलित हो !