गोवा में बिलिवर्स संघटनों की गुंडागर्दी
पणजी : सांकवाळ में अवैधानिक रूप से चलाए जानेवाले बिलिवर्स केंद्र के संदर्भ में परिवाद करनेवाले श्री. हरिदास नाईक को बिलिवर्स के गुंडों ने बेसूध होने तक पीटाई की। श्री. नाईक के रिश्तेदार एवं स्थानीय लोगों ने समय रहते ही हस्तक्षेप किया, इसलिए श्री. हरिदास नाईक के प्राण बचे। इस प्रकरण में गुंडों पर कार्रवाई करने के स्थान पर उस बिलिवर्स केंद्र को ही पुलिस ने सुरक्षापूर्ति की है ! यह अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण है। इस घटना से सांकवाळ में धार्मिक तनाव उत्पन्न हुआ है एवं हिन्दुओं में भय व्याप्त हो गया है। दिन प्रति दिन बिलिवर्स के गुंडों का बढता आतंक गोवा में धार्मिक अशांति फैला रहा है। इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति ने बिलिवर्स संघटन पर ही प्रतिबंध लगाने की मांग की है !
इस प्रकरण में श्री. हरिदास नाईक पिछले चार वर्ष से वैधानिक मार्ग से स्थानीय पंचायत एवं वेरणा पुलिस में परिवाद कर रहे थे; फिर भी उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अब तो उन पर प्राणघाती आक्रमण ही किया गया। कुछ दिन पूर्व प.पू. साध्वी सरस्वतीजी के कुछ वक्तव्यों पर आपत्ति जताते हुए अनेक धर्मनिरपेक्ष संघटन एवं राजनीतिक दलों ने गोवा में कानून एवं सुरक्षा का प्रश्न उपस्थित होने का ढिंढोरा पीटा था; परंतु सांकवाळ में बिलिवर्स के गुंडों ने हल्ला मचा कर एक हिन्दू के रूप में श्री. नाईक की पिटाई की। इस घटना को दो दिन होने के उपरांत भी इन शांतिप्रेमी (?) राजनीतिक नेता अथवा संघटनों ने साधा विरोध भी नहीं दर्शाया !
एक गोहत्या करनेवाले की पिटाई हुई अथवा किसी चर्च पर पत्थर फेंका गया, तो पूरा देश सिर पर उठा लेते हैं; परंतु हिन्दुओं को जानसे मारने का प्रयास होने पर भी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलरवादी) शांत रहते हैं, क्या इसे ही धर्मनिरपेक्षता कहेंगे ? हिन्दू संघटनों की आलोचना करनेवाले राजनीतिज्ञ अब मौन क्यों हैं ? क्या, उन्हें भी बिलिवर्स के गुंडों का भय प्रतीत होता है ?
गोवा में पिछले ३ वर्ष से केवल शांति बिगडने की संभावना के भय से हिन्दुत्वनिष्ठ नेता एवं श्रीराम सेना के संस्थापक-अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक के गोवा प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है; इसके विपरीत बिलिवर्सवाले गोवा में धार्मिक एकता बिगाडने एवं कानून हाथ में लेने का कृत्य अनेक बार करते हैं। फिर भी शासन उनका समर्थन कर रही है। यह अनाकलनीय है !
हिन्दू जनजागृति समिति ने ऐसी गुंडागर्दी करनेवाले बिलिवर्स संघटन के गोवा प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने एवं उसके गुंडों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि, यदि ऐसा नहीं किया गया, तो हिन्दुओं को सडक पर आना पडेगा !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात