मंदिर सरकारीकरण के दुष्परिणाम !
सोलापुर (महाराष्ट्र) : अन्न एवं औषधि प्रशासन की ओर से आषाढी मेले की पृष्ठभूमिपर हालही में पंढरपुर शहर में स्थित उपाहारगृह एवं दुकानों की जांच की गई। इस जांच में विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर के प्रसाद भण्डार में अस्वच्छता दिखाई दी, साथ ही प्रसाद के रूप में दिए जानेवाले लड्डुओं की गुणवत्ता भी योग्य न होने का ध्यान में आया ! अतः प्रसाद भण्डार को नोटिस दिया गया। (महाराष्ट्र की उपास्य देवता श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर की यदि यह स्थिति है, तो सरकारीकरण किए गए अन्य मंदिरों की स्थिति क्या होगी, इसका विचार न करें तो ही अच्छा ! मंदिरों की ऐसी दुःस्थिति को दूर करने हेतु अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना के बिना अन्य कोई विकल्प नहीं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
पालकी के मार्गपर स्थित १८० उपाहारगृह एवं दुकानों की भी पडताल की गई। उसमें संबंधित लोगों को अपने कार्य में सुधार करने हेतु नोटिस दिए गए। विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर के प्रसाद सिद्ध किए जानेवाले स्थानपर तत्काल सुधार कर उसका ब्यौरा देने के निर्देश दिए गए हैं। इस संदर्भ में सहायक आयुक्त श्री. संजय नारागुडे ने जानकारी दी। जांच अभियान के समय यदि कोई अनियमिततता पाई गई, तो सीधी कार्रवाई कर अभियोग प्रविष्ट किया जाएगा !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात