बगदाद : इस्लामिक स्टेट (आइएसआइएस) की पोस्टर गर्ल सैली जोन्स अब अपने घर लौटना चाहती है। ब्रिटेन की रहने वाली जोन्स अपने नन्हे बेटे को साथ लेकर आइएसआइएस आतंकवादी जुनैद हुसैन से विवाह करने सीरिया चली गई थी। इसके बाद वह आइएसआइएस के लिए लोगों की भर्ती करने लगी। खबरों के अनुसार, जोन्स अब वापस अपने देश लौटने के लिए रो रही है।
आइएसआइएस के एक अन्य जिहादी की पत्नी आयशा ने स्काई न्यूज को बताया कि, जोन्स अपने घर लौटना चाहती थी, किंतु संगठन के बाकी आतंकी उसे ऐसा करने से रोक रहे हैं। आयशा ने बताया, ‘वह रो रही थी। वह वापस अपने देश ब्रिटेन लौटना चाहती है, लेकिन वह इस आतंकी संगठन के एक जिहादी की पत्नी है, इसीलिए आइएसआइएस उसे ऐसा नहीं करने दे रहा है। उसने मुझे बताया कि वह अपने देश लौटना चाहती है।’ आयशा ने आगे बताया, ‘पिछले साल उसके पति की युद्ध में मौत हो गई। उसका एक बेटा है।’
सैली जोन्स को ‘वाइट विडो’ के नाम से भी जाना जाता है। सीरिया के रक्का में आतंकी जुनैद हुसैन से शादी के बाद वह आइएसआइएस के लिए मुख्य रिक्रूटर के तौर पर उभरी। २०१३ में वह अपने १० साल के बच्चे के साथ ब्रिटेन छोड़कर सीरिया चली गई। उसका पति आइएसआइएस के लिए डिजिटल अभियान चलाता था औऱ पिछले साल एक ड्रोन अटैक में मारा गया।
जुनैद की मौत के बाद जोन्स ने ट्विटर पर लिखा था कि उसे अपने पति की मौत पर गर्व है। उसने लिखा है, ‘मुझे अपने पति पर गर्व है जिन्हें अल्लाह के सबसे बड़े दुश्मन ने मारा है।’ जोन्स ने धर्मपरिवर्तन करके इस्लाम अपनाया था। वह आइएसआइएस के लिए प्रॉपेगैंडा फैलाती थी। वह उन लोगों की सूची भी प्रकाशित कर चुकी है जो आइएसआइएस की ‘किल लिस्ट’ में शामिल थे। उसने सोशल मीडिया पर अपनी इस इच्छा का ऐलान किया था कि वह ईसाइयों का सिर कलम करना चाहती है। सैली जोन्स को ‘वाइट विडो’ के अलावा उम्म हुसैन अल-ब्रितानी नाम से भी जाना जाता है। ४८ साल की जोन्स कई बार ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोप में आतंकी हमलों की धमकी दे चुकी है।
स्रोत : नवभारत टाइम्स