हिन्दू एकता आंदोलनद्वारा आयोजित कार्यशाला
घारेवाडी (सातारा) : हिन्दू एकता आंदोलनद्वारा आयोजित कार्यशाला में हिन्दू जनजागृति समिति के पुणे जिला समन्यक श्री. अभिजित देशमुख संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि, ‘गोरक्षा करना हमारा धर्म है। ‘हिन्दू राष्ट्र’ में गौमाता सुरक्षित रहेंगी। हिन्दुओं को उनकी वीरता का इतिहास सीखाया जाएगा। उससे शूर युवक निर्माण होंगे !’
उस समय हिन्दू एकता आंदोलन के पदाधिकारी साथ ही सनातन संस्था के श्री. चेतन राजहंस उपस्थित थे। कार्यशाला के आरंभ में छत्रपति शिवाजी महाराज तथा स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को पुष्पहार समर्पित किया गया। उस अवसर पर सरसेनापति हंबीरराव मोहिते के वंशज श्री. राजेंद्र मोहिते, भूतपूर्व स्वयंसेवक संघ प्रचारक श्री. चंद्रकांत कुलकर्णी, श्री. गणेश महामुनी, श्री. राहुल यादव, श्री. चंद्रकांत जिरंगे ने भी मार्गदर्शन किया।
साधु-संतोंद्वारा किए गए कथन के अनुसार वर्ष २०२३ में ‘हिन्दू राष्ट्र’ निश्चित ही स्थापित होगा ! – श्री. विनायक पावसकर, पश्चिम महाराष्ट्र अध्यक्ष, हिन्दू एकता आंदोलन
साधु-संतोंद्वारा साथ ही हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था के कार्यकर्ताओंद्वारा किए गए कथन के अनुसार वर्ष २०२३ में ‘हिन्दू राष्ट्र’ निश्चित ही स्थापित होगा। हम भी उसी दृष्टि से प्रयास कर रहे हैं !
संविधानिक मार्ग से निधर्मी भारत का ‘हिन्दू राष्ट्र’ बन सकता है ! – श्री. चेतन राजहंस
भारत एक स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र है। वर्तमान के संविधानिक मार्ग से निधर्मी भारत का पुनः ‘हिन्दू राष्ट्र’ बन सकता है। राज्यघटना की धारा ३६८ के अनुसार यह सहज संभव है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात