श्रीनगर : कश्मीर में आतंकवादियों के नक्शे कदमों पर युवकों का चलना कम नहीं हो पा रहा है। पिछले ६ महीनों में ५० कश्मीरी युवक आतंकी बने हैं। इस बारे में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार ज्यादात्तर युवक दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों से आतंकी खेमों में शामिल हुए हैं। अधिकारी के अनुसार वर्ष २०१७ में कुल पचास युवक आतंकवादी बने हैं।
कश्मीरी युवकों का पढ़ाई अथवा काम छोडकर यूं आतंकी खेमों में शामिल हो जाना सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है और इससे कश्मीर में स्थिति खराब हो रही है। पुलिस अधिकारी के अनुसार वर्ष २०१६ में ८८ युवकों ने आतंकी की आेर रूख किया था और यह पिछले ६ वर्षों का सबसे बडा आंकडा था !
स्थानीय लोग देते हैं समर्थन
आतंकवादियों के बुलन्द हौसलों की वजह यह है कि, उन्हें स्थानीय लोग समर्थन देते हैं। मध्य कश्मीर का श्रीनगर, अनंतनाग, शोपियां, कुगलगाम और बडगाम जिले ऐसे हैं जिनमें सबसे ज्यादा मुठभेडें हो रही हैं। लोग आतंकियों के समर्थन में उतर आते हैं और पत्थराव करते हैं और आतंकवादियों को पाह भी देते हैं।
बुरहान वानी
पुलवामा आतंकवादी बुरहान वानी का होम टाउन है। पिछले वर्ष बुरहान के मारे जाने के साथ ही कश्मीर में आतंक ने खुलेआम सिर उठाना शुरू कर दिया। लोगों का समर्थन खुलकर सामने आने लगा है। युवक बुरहान को अपनी प्रेरणा मानने लगे हैं। पुलवामा में जंगल क्षेत्र काफी है। आतंकी यहां छुपने में सफल हो जाते हैं !
स्त्रोत : पंजाब केसरी