गोवा पुलिस ने एक ५४ वर्षीय शख्स को गिरफ्तार किया है। शख्स पर कई धार्मिक स्थलों पर तोडफोड करने के आरोप हैं। आरोपी शख्स का नाम फ्रान्सिस परेरा है। बता दें राज्य में बीते दो सप्ताह से कई धर्मिक स्थलों पर तोडफोड होने की खबरें लगातार सामने आ रही थीं जिसके कारण कई क्षेत्रों में तनाव बढ गया था। दक्षिण गोवा के मडगांव कस्बे में भी गुरुवार (१३ जुलाई) को एक क्रॉस की तोडफोड की गई। इस महीने ऐसी कई घटनाएं हुई हैं। बीते १५ दिनों में गोवा में धार्मिक प्रतीकों खासकर ईसाई समुदाय के चिन्हों पर कई हमले हुए हैं। पुलिस महानिदेशक मुक्तेश चंदर ने बताया, “शुरुआती पूछताछ में यह पता चला है कि, परेरा ही इन वारदातों को अंजाम दे रहा था। उसने स्वयं अपना जुर्म कुबूल किया है।” उन्होंने आगे कहा, “तोडफोड करने के पीछे आरोपी ने बताया कि, अपने धार्मिक विश्वास के कारण उसने ऐसा किया। आरोपी का मानना था कि, ऐसा करके वह आत्माओं को मुक्ति दिला रहा है।”
शख्स दक्षिणी गोवा के गार्डियन एंजल कैथलिक कब्रिस्तान में भी तोडफोड करने का मुख्य आरोपी है। यहां पर कब्रिस्तान में लगे क्रॉस, पत्थरों समेत कब्रों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। एक अधिकारी ने कहा, “आरोपी ने इस बात को भी कुबूला है कि, वह बीते पांच सालों से ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहा था। हम आगे जांच करने का प्रयास कर रहे हैं कि, पिछली कई ऐसी वारदातों में उसकी कोई भूमिका थी या नहीं।”
वहीं दक्षिण गोवा में मडगांव कस्बे में क्रॉस की तोडफोड के मामले पर पुलिस अधीक्षक सी एल पाटिल ने बताया कि, बदमाशों ने दक्षिण गोवा में कल रात हुई भारी बारिश का फायदा उठाया। घटनास्थल के नजदीक पुलिस गश्त जारी थी परंतु ऐसा लगता है कि, बदमाशों ने क्रॉस को तब क्षतिग्रस्त किया जब लाइट बंद हो गई थी। १ जुलाई के बाद से दक्षिण गोवा जिले में अज्ञात लोगों ने कम से कम १२ क्रॉस और एक मंदिर में तोडफोड की।
स्त्रोत : जनसत्ता