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हिन्दू अपने शौर्य को ही भूलें, इसलिए अमरनाथ यात्रा पर आक्रमण हुआ ! – अधिवक्ता श्री. प्रशांत यादव

पुणे के ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में ९० से भी अधिक राष्ट्रप्रेमी सम्मिलित

आंदोलन में उपस्थित राष्ट्र एवं धर्म प्रेमी

पुणे : अमरनाथ यात्रा पर आतंकियों ने आक्रमण किया; परंतु पूरे देश का हिन्दू समाज शांत ही है ! हमारा देश वीरपुरुषों का है; इसलिए हमें स्वयं में स्थित शौर्य को जगाना होगा। वर्तमान में हिन्दू छत्रपति शिवाजी महाराज, बाजीराव पेशवा एवं अन्य राष्ट्रपुरुषों के पराक्रम को भूल गए हैं; इसके कारण ही अमरनाथ यात्रा पर आतंकियों ने आक्रमण किया। अमरनाथ यात्रा को बंद करना, पाकिस्तान का कश्मीर को भारत से तोडने का षडयंत्र है !

हिन्दुओं ने संघटित होकर इसका विरोध करना चाहिए। उसके लिए हर घर से केंद्र शासन को ‘पाकिस्तान के साथ युद्ध करो’, ऐसे पत्र भेजे जाने चाहिए ! अमरनाथ यात्रा के पश्‍चात पूरे देश के हिन्दू सडकोंपर उतर कर पाकिस्तान के साथ युद्ध की मांग कर रहे हैं। राज्यकर्ताओं को अगली पीढी का विचार करते हुए पाकिस्तान को नष्ट कर देना चाहिए। आज के दिन समाज में भीषण शांति का अनुभव हो रहा है; किंतु हमें शौर्य दिखाने के पश्‍चात आनेवाली शांति चाहिए। धर्माभिमानी अधिवक्ता श्री. प्रशांत यादव ने ऐसा दृढता के साथ प्रतिपादित किया। यहां के बाजीराव मार्ग पर १३ जुलाई को आयोजित ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में वे बोल रहे थे।

इस अवसरपर नवयुग तरुण मंडल के श्री. बाळासाहेब धनवे, श्रीकृष्ण मंडल के श्री. जगदीश परदेसी, रा.स्व. संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री. किशोर पुरंदरे, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. संदेश कदम एवं सनातन संस्था के श्री. प्रवीण नाईकसहित ९० से भी अधिक राष्ट्रप्रेमी एवं धर्माभिमानी उपस्थित थे। वर्षा होते हुए भी यह आंदोलन उत्साह के साथ संपन्न हुआ।

‘फेसबुक लाईव्ह’ के माध्यम से इस आंदोलन का सीधा प्रसारण किया गया। इस आंदोलन को प्रत्यक्ष रूप से १० सहस्र ९३० से भी अधिक लोगों ने देखा, तो इस आंदोलन की लिंक ४९ सहस्र ४६८ लोगोंतक पहुंची।

हिन्दू महिलाएं, गाय एवं हिन्दूओं की आगामी पीढी को यदि बचाना हो, तो ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना करना आवश्यक ! – श्री. प्रवीण नाईक

कश्मीर से ४.५ लाख हिन्दुओं को विस्थापित किए जाने के पश्‍चात अब धर्मांध कश्मीर में स्थित हिन्दुओं के आस्था के केंद्रोंपर प्रहार कर उनको नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। वहां के धर्मांध, सैनिकों पर पथराव करते हैं और उसके पश्‍चात वहां उत्सव मनाया जाता है, यही ‘कश्मीरीयत’ है !

हिन्दुओं ने यदि इस स्थिति को संघटित रूप से तथा वैधानिक पद्धति से नहीं रोका, तो वह पूरे देश में फैलेगी। हिन्दू महिलाएं, गाय और हिन्दुओं की आगामी पीढी को यदि बचाना हो, तो ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना आवश्यक है। हिन्दुओं को अपनी रक्षा स्वयं करने हेतु ‘स्वसंरक्षण’ सीखकर सिद्ध होना होगा !

पश्‍चिम बंगाल के शासन को पदच्युत कर वहां सैनिकी शासन लागू करें ! – श्री. संदेश कदम

अमरनाथ यात्रा पर किया गया आक्रमण पूर्वनियोजित था। इसके पहले भी यात्रा पर आक्रमण किए गए हैं। उसी समय यदि धर्मांध आतंकियों को नष्ट किया होता, तो आज यह स्थिति पुनः नहीं आती। बंगाल के दंगे का कारण बने सौरभ सरकार को छोड दिया जाना चाहिए। बंगाल की भीषण स्थिति को ध्यान में लेकर केंद्र शासन ने, बंगाल के शासन को पदच्युत कर वहांपर सैनिकी शासन लागू कर देना चाहिए !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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