वाराणसी : काहेतर के लल्लापुरा इलाके के शिक्षक कॉलोनी के पास दो पक्ष मस्जिद की जमीन पर गाय बांधने को लेकर आमने-सामने आ गए। हालात इस तरह बिगड गए की एक पक्ष के लोगों ने वाराणसी के कैंट से BHU जाने वाले मार्ग को घंटों तक बाधित कर चक्का जाम कर दिया।
मस्जिद की जमीन के बगल में मंटू सिंह नाम के एक व्यक्ति की गाय को रखने के लिए झुग्गी बनी थी जिसमें बरसात के कारण कीचड को गई थी। इसी को ठीक करने के लिए उन्होंने अपने दो गायों को अपनी झोपडी से निकालकर बाहर बांध दिया और अंदर मरम्मत करने का काम करा ही रहे थे की ये अफवाह फैला दी गई की मस्जिद की जमीन पर कब्जा करने की नीयत से कंस्ट्रक्शन कराया जा रहा है। जिसके बाद एक पक्ष के लोगों ने धीरे-धीरे करते हुए सिगरा थाने को घेर लिया और पुलिस पर पथराव और आगजनी करना शुरू कर दिया। हालांकि पहले तो पुलिस के जवानों की संख्या में कमी के कारण पुलिस को पीछे हटना पडा परंतु जल्दी वाराणसी पुलिस के अधिकारियों के पुलिस, पीएसी, आरएएफ और सेंट्रल पैरामिलिट्री के जवानों को बुलाकर स्तिथि का नियंत्रित कर लिया।
क्या था पूरा मामला ?
काशी विद्यापीठ के नजदिक मस्जिद के पास पेशे के अधिवक्ता मंटू सिंह की जमीन है। जहां तीन गायों का पालन टीनशेड लगवाकर की जाती रही है। बबलू सरदार ने बताया कि, बरसात के कारण कीचड ज्यादा होने के चलते मंटू सिंह मिट्टी डालकर उसे गायों के रखने के लायक बना रहे थे कि, तभी कुछ धर्मांधो ने आकर निर्माण की बात करते हुए विवाद शुरू कर दिया और धीरे-धीरे उनकी संख्या बढती गई जिसके बाद उन लोगों ने हमारे झोपडी में आग लगा दी और तोडफोड कर दिया।
इस मामले में देर रात १० नामजद और १५० अज्ञात लोगों के विरोध में तहरीर भी दी गई है। इसके आलावा डीएम ने ये भी कहा कि, सावन महीने के कारण वाराणसी में कांवरियों के आने का सिलसिला रविवार से ही शुरू हो जाता है और ऐसे में इस मुद्दों पर हमने उन सभी हिस्सों को सील कर दिया था जहां से लोग जलाभिषेक के लिए आते हैं।
स्त्रोत : वन इंडिया