हिन्दू जनजागृति समिति का ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें, अभियान’ !
इस प्रकार से ज्ञापन क्यों प्रस्तुत करने पडते है ? शासन इसके लिए प्रधानता लेकर ऐसी घटनाओं को क्यों नहीं रोकता ?
पुणे : स्वातंत्र्य एवं गणतंत्र दिवस के दिन प्लास्टिक, साथ ही कागज से बने ध्वजों का उपयोग किए जाने के कारण राष्ट्रध्वज का अनादर होता है। इस संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति विगत १४ वर्षों से ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें’, अभियान चला रही है। इस आंदोलन की सफलता के रूप में मुंबई उच्च न्यायालयद्वारा प्लास्टिक राष्ट्रध्वज के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया तथा उस प्रकार का कानून भी बना दिया गया है।
इस कानून का कठोरता के साथ पालन हो तथा उसका उल्लंघन करनेवालोंपर कार्रवाई की जाए, इस आशय का ज्ञापन हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं की ओर से नायब तहसिलदार तथा कार्यकारी दंडाधिकारी श्री. हेमंत निकम को प्रस्तुत किया गया। इस अवसरपर समिति के सर्वश्री कृष्णाजी पाटिल एवं महेश पाठक उपस्थित थे।
वैशिष्ट्यपूर्ण
समिति के कार्यकर्ता तहसिलदार श्रीमती नंदा परदेसी को ज्ञापन प्रस्तुत करने हेतु गए हुए थे। तब श्रीमती परदेसी स्वयं इन कार्यकर्ताओं को श्री. हेमंत निकम के पास ले गईं और समितिद्वारा किए जा रहे अनेक सामाजिक कार्यों की समीक्षा के संबध में उनको उत्स्फूर्तता से बताया। तत्पश्चात उन्होंने समिति की प्रशंसा भी की !
अमरनाथ यात्रा पर किए गए आक्रमण के निषेध के संदर्भ में भी ज्ञापन प्रस्तुत किया गया
१० जुलाई को अमरनाथ यात्रा पर किए गए आक्रमण के निषेध के रूप में यहां के बाजीराव मार्गपर १३ जुलाई को ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया। समिति के कार्यकर्ताओं ने इस विषय से संबंधित ज्ञापन भी श्री. हेमंत निकम को प्रस्तुत किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात