इलाहाबाद : संगम नगरी भी सावन में हर हर महादेव के जयकारे से गूंज रही है तो वहीं एक प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी ‘नेपाली बाबा’ की गला काट कर हत्या कर दी गई। घटना रात में की गई और सुबह श्रद्धालुओं ने लाश देखी। मंदिर में सुबह शिवलिंग पर जलाभिषेक करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने पुजारी का गला कटा शव देखा और इसके बाद पुजारी की हत्या की सूचना फैलते ही हड़कंप मच गया। मामला बहरिया इलाके का है। क्षेत्र में आक्रोश के बाद तनाव फैल गया है।
हत्या किसने और क्यों की ये रहस्य बना हुआ है। पुलिस भी गुत्थी में उलझी है कि, आखिर एक साधू की किसी से क्या दुश्मनी रही होगी। फिलहाल पुलिस ने फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड के साथ छानबीन की और पूछताछ के लिए एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
इलाहाबाद के बहरिया थाना क्षेत्र में बंतरिया गांव में एक प्राचीन शिव मंदिर है। ये शिव मंदिर सोरांव-फूलपुर मार्ग के किनारे है। जिससे यहां काफी भीड़ भी जुटती है। इस प्राचीन शिव मंदिर में दो साल पहले नेपाल से एक साधू आकर पूजा-पाठ कराने लगे। सीओ फूलपुर अभिनव कनौजिया ने बताया कि मृतक बाबा नेपाल में कहां के रहने वाले थे, इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। उनकी आयु ६० के पार थी और लोग उन्हें नेपाली बाबा के नाम से बुलाते थे।
सीओ ने बताया कि फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि नेपाली बाबा के नींद में होने के दौरान उनपर हमला हुआ। यानी सोते समय किसी ने फावड़े से वार किया। गले पर कुल ४ बार फावड़े से हमले के निशान मिले हैं।
करंट से हुई थी पहले पुजारी की मृत्यु
इस शिव मंदिर का मामला इसलिए भी ज्यादा चर्चा में आ गया। क्योंकि इससे पहले २००७ में भी मंदिर के एक पुजारी की मृत्यु हुई थी। तब आरोप था कि, किसी ने करंट से पुजारी की हत्या की है। इसमें जमकर हंगामा भी हुआ था। परंतु इसे दुर्घटना मानकर मृत्यु की फाइल बंद की गई। वो मामला आज तक नहीं खुला। परंतु अब एक और पुजारी की मृत्यु से पुरानी घटना फिर से ताजा हो गई है। अब हत्या किसने की ये पुलिस जांच में कब सामने आएगा। इसका इंतजार फिर शुरू हो गया है।
स्त्रोत : वन इंडिया