राष्ट्रपुरुषों के अनादर के विरुद्ध संगठितरूप से विरोध करनेवाले संगठनों का अभिनंदन ! इस प्रकार से संगठितरूप से विरोध किया गया, तो कोई भी पुनः उस प्रकार से अनादर करने का साहस नहीं दिखाएगा ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात
पुणे : यहां के लाइन्स क्लब के प्रांतपाल (जिला गर्वनर) गिरीश मालपाणी को क्लब की ओर से १५ जुलाई को ‘पेशवा बाजीराव’ उपाधि से सम्मानित किया जानेवाला था । अखिल भारतीय ब्राह्मण संघ, क्रिएटिव फाऊंडेशन एवं अन्य संगठनों द्वारा इस कार्यक्रम का विरोध किए जाने का सुनिश्चित किए जानेपर लाइन्स क्लब की ओर से उनसे हुई चूक के विषय में क्षमायाचना की गई ।
१. उपर्युक्त कार्यक्रम की निमंत्रण पत्रिकापर प्रांतपाल का श्रीमंत बाजीराव पेशवा के रूप में छायाचित्र छपा गया था । उसके देखकर उपर्युक्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने कार्यक्रम स्थलपर निषेध आंदोलन चलाना सुनिश्चित किया था तथा उन्होंने सामाजिक संकेतस्थलपर इसकी जानकारी दी थी ।
२. तब लाइन्स क्लब के पूर्व प्रांतपाल राज मुछाल ने फाऊंडेशन के श्री. संदीप खर्डेकर एवं महासंघ के कार्याध्यक्ष श्री. विश्वजीत देशपांडे से इस विषयपर बातचीत की । तब श्री. राज मुछाल ने यह घटना उत्साह के आवेश में और अज्ञानवश हुई है । उस पत्रिका को छापने के पीछे श्रीमंत बाजीराव पेशवा का अनादर करने का किसी भी प्रकार का उद्देश्य नहीं था, अपितु हम बाजीराव पेशवा के उत्तुंग कार्य का आदर ही करते हैं । पत्रिका में निहित लेखन के कारण यदि किसी की भावनाएं आहत हुई हों, तो हम उसके लिए क्षमायाचना करते हैं, यह स्पष्ट करते हुए इस आशय का लिखित पत्र भी दिया । इसके पश्चात आंदोलन रद्द किया गया ।
३. श्री. खर्डेकर एवं श्री. देशपांडे ने यह चेतावनी दी है कि इसके आगे किसी भी राष्ट्रपुरुष का अनादर सहन नहीं किया जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात