अमेरिका ने आतंकवाद के मसले पर एक बार फिर पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है। अमेरिका ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें पाकिस्तान को आतंकवादियों के लिए पनाहगाह बताया गया है !
आतंकवाद पर अमेरिका के गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट में पाकिस्तान को उन देशों में शामिल किया गया है, जहां आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाहें दी जाती हैं। कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज़्म के नाम से जारी इस रिपोर्ट में कहा गया कि, पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों के विरोध में कारवार्इ नहीं कर रहा है। इससे अफगानिस्तान में अमेरिका के हितों को चोट पहुंच रही है। पाकिस्तान ने लश्कर-ए तैयबा और जैश-ए मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों के विरोध में भी कोई कारवाई नहीं कि है। रिपोर्ट में लिखा गया है, ”ये आतंकवादी संगठन पाकिस्तान से चल रहे हैं। पाकिस्तान में इनको ट्रेनिंग मिल रही हैं और पाकिस्तान से ही इन आतंकवादी संगठनों की फंडिंग हो रही है !”
आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करता पाकिस्तान
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि, पाकिस्तान सरकार अफगान तालिबान और हक्कानी जैसे आतंकी समूहों के विरोध में कोई कार्रवाई नहीं करता है। इसके अलावा पाकिस्तान ने लश्कर-ए तैयबा और जैश-ए मोहम्मद जैसे आतंकी समूहों के विरोध में भी कोई कारवाई नहीं कि। जबकि ये संगठन पाकिस्तान में लगातार आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं और फंड इकट्ठा कर रहे हैं !
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने बताया कि पाकिस्तान में लश्कर-ए तैयबा पर प्रतिबंध होने के बावजूद उसके सहयोगी संगठन जमात-उद दावा और फलह-ए इंसानियत फाउंडेशन खुलेआम पाकिस्तान में फंड इकट्ठा कर रहे हैं !
प्रतिबंध के बाद भी हाफिज सईद कर रहा रैली
अमेरिका ने ये भी माना है कि, लश्कर चीफ हाफिज सईद को यूनाइटेड नेशंस ने आतंकी घोषित किया, बावजूद इसके वो पाकिस्तान की धरती पर सार्वजनिक रैलियां कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि, पाकिस्तान ने हाफिज सईद को खुली छूट दे रखी है और हाफिज सईद ने फरवरी २०१७ में भी सार्वजनिक रैली को संबोधित किया।
भारत आतंकवाद से पीड़ित
इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत लगातार आतंकवाद से पीड़ित है। पाकिस्तानी आतंकवादी भारत में हमले कर रहे हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में भारत के दावों का भी उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, भारतीय एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में क्रॉस बॉर्डर आतंकी हमलों को लेकर पाकिस्तान पर आरोप लगाती रही हैं !
इस रिपोर्ट में पठानकोट हमले का भी उल्लेख किया गया और कहा गया कि इस हमले को जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों ने अंजाम दिया। इस हमले के बाद भारत ने अमेरिका से आतंकवाद के विरोध में मदद मांगी और जानकारी भी साझा की !
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर सभी विकसित राष्ट्रों से आतंकवाद के विरोध में लड़ाई का आवाहन कर चुके हैं। यूनाइटेड नेशंस से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति से भी पीएम मोदी ने कई मौकों पर आतंकवाद के विरोध में सख्त रुख अपनाने की अपील की है। जिसके बाद पहले यूएन ने हाफिज सईद को इंटरनेशनल आतंकी घोषित किया और अब पाकिस्तान पर आतंक को पालने और उसे पनाह देने का गुनहगार करार दिया है !
स्त्रोत : आज तक