न्यूयॉर्क : पाकिस्तान अमेरिका को ‘कभी ना समाप्त होने वाला एटीएम’ समझता है और देश के लिए अमेरिका की अधिकांश सहायता सेना की किटी पर जाती है। यह बात एक निजी अमेरिकी डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर ने कही है जो दोनों देशों तनाव उत्पन्न करने का मुख्य कारण था। उस व्यक्ति का नाम है रेमंड डेविस। रेमंड ने अपनी पुस्तक “द कॉन्ट्रैक्टर” में लिखा है “पाकिस्तान के लिए पैसा कभी ज्यादा नहीं होता। संयुक्त राज्य अमेरिका से प्राप्त आर्थिक सहायता पाकिस्तान के लिए दवा के तौर पर है। इसके बिना पाकिस्तान आगे नहीं बढ़ सकता।
पाकिस्तान में गिरफ्तार हुए थे डेविस
आपको बता दें कि, रेमंड डेविस (४२) को लाहौर में २०११ में गिरफ्तार किया गया था। उसपर दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या का आरोप है। डेविस अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के लिए पाकिस्तान में काम कर रहा था। २५ जनवरी २०११ में लाहौर में डेविस अपनी कार में जा रहा था उसी समय उसने दो पाकिस्तानी युवकों को इसलिए गोली मार दी क्योंकि उसके अनुसार वे लोग उसका पीछा कर रहे थे और उस पर हमला करना चाहते थे।
डेविस ने क्या कहा था ?
डेविस ने पुलिस को बताया था कि, वह एटीएम से पैसे निकाल कर जा रहे थे तभी चौराहे पर उसका पीछा करते हुए दो युवक उसकी कार के साथ में रूके। उनके हाथ में पिस्तौल थी। उन्हें लगा कि वे लोग उन्हें मारना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपना रिवाल्वर निकाल कर अपनी आत्मरक्षा में दोनों पर गोलियां चला दी। इनमें से एक का नाम फैजान हैदर (२२ साल) व दूसरा फहीन शमशाद (२६) था।
नहीं मिला था हथियार होने का सबूत
उन दोनों को अपनी कार से गोली मारने के बाद डेविस नीचे उतरा। उसने उन दोनों तडपते हुए लोगों की अपने सेलफोन से फोटो ली। उन दोनों को फिर गोलियां मारी। हालांकि पुलिस को एक भी प्रत्यक्ष साक्षी नहीं मिला जोकि यह कह रहा हो कि उन दोनों मारे गए लोगों के हाथों में कोई हथियार था। इसके साथ ही डेविस ने अपने लोगों से मदद मांगी। उसे ले जाने के लिए एक लैंड क्रूजर गाड़ी वहां आई जिसकी रजिस्ट्रेशन प्लेट बनावटी थी।
कैसे हुआ गिरफ्तार
तब तक वहां काफी भीड़ लग चुकी थी। उसमें से चार लोग डेविस को लेकर भाग खड़े हुए। यह गाड़ी उत्तरी दिशा में दौड़ने लगी जिससे सामने से आ रही एक मोटर साईकिल को उसने जोर की टक्कर मार दी। उस पर सवार रहमान नामक चालक मारा गया। इस दुर्घटना को सीसीटीवी कैमरो ने कैद कर लिया व उसे पाकिस्तान में जियो टेलीविज पर भी दिखाया गया। रेमंड डेविस को कुछ लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया।
स्त्रोत : वन इंडिया