बरेली : खेलम गांव में धर्मांध पहले से माहौल बिगाड़ने की तैयारी में थे। यही कारण रहा कि उन्हें पुलिस का भी बिल्कुल डर नहीं रहा। एसपी देहात, एडीएम, सीओ और एसडीएम समेत पुलिसवालों की मौजूदगी में कांवड़ियों पर पथराव कर उन्हें पीटा गया। इसके बाद फायरिंग की गई। धर्मांधों की भीड़ एक एसडीएम को घर में खींच ले गई। उन्हें जमकर पीटा गया। बड़ी मुश्किल से पुलिस एसडीएम को भीड़ से बचाकर लाए।
खेलम गांव में मुख्य रोड से गुजरकर अपने घरों तक जाने के लिए कांवड़िये जाम लगाकर प्रदर्शन कर रहे थे। वे तीन घंटे तक प्रदर्शन करते रहे। इसी दौरान धर्मांध लोगों ने अपने घरों की छतों पर ईंट, पत्थर इकट्ठे कर हमले की तैयारी कर ली। जैसे ही कांवड़ियों का जत्था वहां से गुजरा धर्मांधों ने उन पर ईंट और पत्थर की बरसात कर दी। अचानक हुए पथराव और फायरिंग से पुलिस और कांवड़ियों में भगदड़ मच गई। धर्मांधों ने कांवड़ियों को घरों में खींचकर उनकी पिटाई की।
खैलम में जब कांवड़ियों को गुजारा जा रहा था तब कैबिनेट मंत्री के भाई डाॅ. मानसिंह पुलिस-प्रशासन के साथ आगे चल रहे थे। उन्होंने बताया कि, कांवड़ियों पर हमला योजनाबद्ध तरीके से था। इसमें पुलिस की ढिलाई रही। यदि सुरक्षा बल नहीं होता तो हालात बेकाबू हो जाते। जैसे ही हमला हुआ तो वे एक खुले जीने से होते हुए छत पर चढ़ गए और वहां पथराव कर रही महिलाओं और बच्चों को फटकारकर भगाया।
हमले के दौरान पुलिस ने मोबाइल से पथराव करने वाले लोगों की वीडियोग्राफी की है। इसके आधार पर लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
स्त्रोत : लाइव हिन्दुस्थान