पुलिस की चेतावनी के पश्चात भित्तीपत्रक हटाया गया !
कोची : श्री केरळ वर्मा महाविद्यालय के छात्रों ने नए आए छात्रों का भित्तीपत्रक के साथ स्वागत करने का निर्णय अपनाया। एमएफ हुसेनद्वारा चित्रीत किए गए देवी सरस्वती के छायाचित्र की प्रतिमा होनेवाला एक भित्तीपत्रक भी प्रसारित किया गया था। इस घटना के पीछे महाविद्यालय की साहाय्यक प्राध्यापिका दीपा निशांत थी; इसलिए सामाजिक संकेतस्थल पर अनेक लोगोंने उन पर टिपण्णी की। इस से पूर्व दीपा निशांत ने गोमांस उत्सव मनाने के लिए भी सहायता की थी ! (इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते कि, ऐसे महाविद्यालयों में ‘ऐसे’ प्राध्यापक होंगे, तो छात्रों पर क्या संस्कार होंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
छात्रों ने यह बात पुलिस को बताने के पश्चात पुलिस ने चेतावनी दी कि, ‘यदि उन्होंने भित्तीपत्रक नहीं हटाया, तो महाविद्यालय पर अपराध प्रविष्ट किया जाएगा !’ तदनंतर भित्तीपत्रक हटाया गया। पुलिस ने इस संदर्भ में कहा कि, ‘सामाजिक संकेतस्थल पर संदेश आने के कारण हमें इस बात की जानकारी प्राप्त हुई। तत्पश्चात हम महाविद्यालय में गए; किंतु वहां हुसेन की पेंटिंग थी ही नहीं; इसलिए छात्रों के विरोध में कोई परिवाद प्रविष्ट नही कर सकें !’ (छात्रों को बचाने के लिए केरल पुलिस ने की ऐसी चतुरता ! कम्युनिस्टों के राज्य में क्या कभी हिन्दुद्वेषियों पर कार्रवाई की जाएगी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात