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कांवडियों और अमरनाथ यात्रियों पर आक्रमण करनेवाले धर्मांधोंपर कठोर कार्रवाई हो ! – वाराणसी के हिंदूत्वनिष्ठोंकी मांग

वाराणसी : पिछले कुछ दिनोंसे विविध क्षेत्र से यात्रा करनेवाले कांवडियों पर धर्मांधोद्वारा आक्रमण करने की घटनाएं सामने आयी है। बरेली जिले के खेलम गांव में एसपी देहात, एडीएम, सीओ और एसडीएम समेत पुलिसवालों की मौजूदगी में कांवड़ियों पर पथराव कर उन्हें पीटा गया। सहारनपुर के थाना कुतुबशेर क्षेत्र में अंबाला मार्ग पर जा रहे कांवडियों के रास्ते में धर्मांधों ने मांस के टुकडे़ फेंक दिए। देवबंद मे बड़ी संख्या में कांवडिये हरिद्वार के लिए जा रहे थे। इसी दरम्यान कांवड़ियों की गाड़ी के नीचे कूदकर एक मुस्लिम युवक वाहिद ने आत्महत्या कर ली ! यह पूरी घटना एक मोबाइल फोन के कैमरे में कैद होने के कारण से क्षेत्र का वातावरण बिगडने से बच गया ! परंतु इस माध्यम से कांवडियों की यात्रा को बदनाम करनेका एक बडा षडयंत्र हो रहा है ऐसा ध्यान में आता है। इसी लिए कांवड़ियों पर आक्रमण करनेवाले धर्मांधों पर कठोर कार्रवाई की जाए तथा कांवड़ियोंको एवं इस पवित्र यात्रा को सुरक्षा प्रदान की जाए ऐसी मांग के लिए हिंदू जनजागृति समिति के शिष्टमंडल ने यहां के जिलाधिकारीको ज्ञापन प्रस्तुत किया।

अमरनाथ यात्रियों पर आक्रमण करनेवाले धर्मांधों पर कठोर कार्रवाई हो !

श्री अमरनाथ यात्रा के लिए कडी सुरक्षा व्यवस्था होने पर भी, १० जुलाई २०१७ को अमरनाथ यात्रियों पर आतंकवादी आक्रमण हुआ, जिसमें ७ लोग मारे गए और १९ घायल हुए। यह घटना बहुत गंभीर और चिंताजनक है। दो वर्ष पहले भी आतंकवादियों ने आक्रमण कर, लंगर जला दिया था और २४ लोगों को घायल किया था। यह सब पाकिस्तान करवा रहा है, यह अब स्पष्ट हो गया है। फिर भी, अमरनाथ यात्रियों पर आक्रमण करने का दु:स्साहस कोई न करे, ऐसी सबक पाकिस्तान एवं कश्मीर के आतंकवादियों को पढाई जाए तथा पाकिस्तान को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ की श्रेणी से भी निकाला जाए !

इस अवसर पर कानून एवं सुव्यवस्था की धज्जियां उडानेवाली बंगाल सरकार को तुरंत भंग कर, वहां राष्ट्रपति शासन लागू करें और हिन्दुओं की रक्षा करें, चिनी ड्रैगन को रोकने के लिए चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें, साध्वी प्रज्ञासिंह को झूठे आरोप में ८ वर्ष तक कारागार में डालनेवाले और उनपर भीषण अत्याचार करनेवाले पुलिस अधिकारी तथा यह षड्यंत्र रचनेवाले राज्यकर्ताओं पर कार्रवाई की जाए, नक्सलवादी गतिविधियों में लिप्त देहली विश्‍वविद्यालय की प्रा. नंदिनी सुंदर और मानवाधिकार कार्यकर्ती बेला भाटिया के विरोध में कार्रवाई की जाए, आतंकवाद को बढावा देनेवाला भगोडा आरोपी डॉ. जाकिर नाईक और उसकी प्रतिबंधित संस्था ‘इस्लामिक रिसर्च फाऊंडेशन’ का ‘फेसबुक अकाऊंट’ तुरंत बंद किया जाए, ये मांगें भी की गई।

इस शिष्टमंडल मे अधिवक्ता सर्वश्री कमलेशचंद्र त्रिपाठी, अरूण मौर्य, संजीवन यादव, राजेश कुमार पाण्डेय, ग्यानप्रकाश राय, हिंदू जागरण मंच के श्री. रवी श्रीवास्तव, हिंदू जनजागृति समिति के श्री. गुरुराज प्रभू, हिंदू धर्माभिमानी श्री. वीरेंद्र सिंग आदि मान्यवर उपस्थित थे।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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