हिसार : केंद्रीय चारागाह बोर्ड के गठन की मांग को लेकर संत गोपालदास सैंकडों गोभक्तों के साथ गुरुवार को मानसरोवर पार रोहतक से देहली राजघाट के लिए पदयात्रा शुरू करेंगे। संत गोपालदास ने बुधवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि, उनका अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक देश में गाय को गोचराण भूमि का अधिकार नहीं मिल जाता। बुधवार को उनके अनशन का ५५ वां दिन था।
संत गोपालदास ने बताया कि, विदेशों में भी प्रति गाय ३.५ एकड से लेकर १३ एकड तक भूमि चारागाह के लिए छोडी जाती है। भारत, जो गाय की देखभाल के लिए प्रसिद्ध रहा है, अब उसे बेसहारा बनाकर सडकों पर छोड रहा है। उन्होंने कहा कि, जब तक देश में गाय सडकों पर रहेगी तब तक हिंसा का वातावरण जारी रहेगा। संत गोपालदास ने कहा कि, उच्चतम न्यायालय के निर्णय को सभी राज्यों में लागू करके गोचराण भूमि विकास बोर्ड गठित होने चाहिए। हरियाणा में विभिन्न गोसेवी संगठन संत गोपालदास के समर्थन में रेवाडी, दादरी, जींद, यमुनानगर और नारनौल में धरना जारी रखे हुए हैं।
इस मौके पर हरियाणा राज्य गोशाला संघ के अध्यक्ष शमशेर आर्य ने कहा कि, गोचर भूमि विकास बोर्ड की स्थापना की मांग को लेकर जन आंदोलन हरियाणा में तेजी से जोर पकड रहा है।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक पहुंचाएंगे शिकायत
संत गोपालदास ने बताया कि, गुरुवार को देहली पहुंचकर वह राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन देकर केन्द्रीय चारागाह बोर्ड स्थापित करने की मांग करेंगे। इसके लिए सांसदों का समर्थन मांगा जाएगा और उनसे इस मुद्दे पर संसद में बहस करने के लिए प्रार्थना की जाएगी।
संत गोपालदास ने कहा कि, गाय की दुर्दशा के पीछे सरकार की गैर जिम्मेदारी और संवेदनहीनता मुख्य कारण है। इंग्लैंड, अमेरिका आदि देशों में भी प्रति गाय चारागाहों के लिए भूमि आवंटित की गई है तो फिर भारत में क्यों नहीं ? संत गोपालदास ने कहा कि उनका अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक चरागाह बोर्ड की स्थापना नहीं हो जाती।
संदर्भ : नवभारत टाइम्स