हिन्दू जनजागृति समिति का ‘आदर्श गणेशोत्सव अभियान’ !
नंदुरबार : यहांपर श्री गणेशोत्सव की पार्श्वभूमि पर हिन्दू जनजागृति समिति के तत्त्वावधान में स्थापित सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव महामंडल की ओर से आयोजित बैठक में सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों को गणेशोत्सव मनाने में आनेवाली समस्याएं तथा महामंडलों की विविध मांगों को लेकर प्रशासन को ज्ञापन प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया। २३ जुलै को संपन्न इस बैठक में उत्सव की अवधि में आनेवाली समस्याएं और मंडलों को विविध अनुमतियां लेने में आनेवाली समस्याओं को लेकर विचार विमर्श किया गया।
ज्ञापन में उल्लेखित विविध समस्याएं और मांगें
१. गणेशोत्सव मंडलों को शासन के विविध विभागों से लेनी आवश्यक अनुमतियां चाहे एक ही खिडकी से देना प्रारंभ किया गया हो; परंतु कुछ तहसिलों में इसका प्रभावशाली कार्यान्वयन नहीं हुआ है। उसे सभी तहसिलों में कार्यान्वित करना तथा जिले में स्थित सभी गणेशोत्सव मंडलों को इस कार्यपद्धति की जानकारी दी जाए !
२. अनुमति लेते समय गणेशोत्सव मंडलों को शपथपत्र (एफिडेविट) देना अनिवार्य किया गया है। इस कष्टदायी शर्त को निरस्त किया जाए। !
३. इस अनुमति प्रक्रिया से संबंधित गणेशोत्सव मंडलों के लिए ऑनलाईन आवेदनपत्र देना अनिवार्य नहीं होना चाहिए !
४. उत्सव की अवधि में तथा अन्य समय भी खुले रूप से की जानेवाली मांस बिक्री विवाद का कारण बनने से उस पर शाश्वत रूप से प्रतिबंध लगाकर ऐसा करनेवालों के विरोध में कानून के अनुसार कठोर कार्रवाई की जाए !
५. गणेशोत्सव मंडलों की जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक, तहसिलदार, स्थानीय पुलिस निरीक्षक, बिजली वितरण आस्थापन आदि संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ तुरंत बैठक का आयोजन कर उसमें गणेशोत्सव के संदर्भ में विचार विमर्श हो !
६. प्रकाशा के यहां मूर्तिविसर्जन हेतु सीधे तापी नदी क्षेत्र में जाने के हेतु सुविधा न होने से अनेक लोग पूल के उपर से ही मूर्तियों को पानी में फैंकते हैं। गतवर्ष प्रशासन की ओर से इस पर उपाय के रूप में बहते पानी में विसर्जन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी। इस वर्ष भी इस सुविधा को उपलब्ध करवाया जाए, साथ ही संबंधित स्थानपर पर्याप्त प्रकाश की उपलब्धता हो; इस प्रकार से नियोजन किया जाए !
७. विसर्जन मार्ग की सडकों की दुर्दशा के कारण दुर्घटनाएं होती हैं; इसलिए इन सडकों की शाश्वत रूप से मरम्मत की जाए। इसके साथ ही भीडवाले स्थानोंपर बैरिकेड्स लगाकर वाहनों के यातायात पर रोक लगाई जाए !
८. मूर्तिविसर्जन के दिन अथवा गणेशोत्सव की अवधि में पथदीपों का बंद होना, बिजली गुल होने जैसी घटनाओं को रोका जाए। इसके लिए पालिका प्रशासन को इन पथदिपों की मरम्मत के आदेश दिए जाएं !
९. गणेशोत्सव की अवधि में महिलाएं एवं युवतियों के साथ छेडखानी करनेवालों पर रोक लगाई जाए तथा महिला सुरक्षा हेतु एक दामिनी दल का प्रबंध किया जाए !
१०. मूर्तिदान करना, मूर्तियों के विसर्जन हेतु कृत्रिम कुंडों का निर्माण, मूर्तियों के साथ रहे निर्माल्य को कूढे-कचरे के वाहनों में ले जाना जैसे धर्मविरोधी घटनाओं को रोका जाए !
११. हरित आयोगद्वारा कागज से बने गणेशमूर्तियों के कारण प्रदूषण होने की बात कही गई है। अतः इस प्रकार के मूर्तियों की बिक्रीपर प्रतिबंध लगाया जाए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात