पौष शुक्ल १३/१४, कलियुग वर्ष ५११४
अद्यतन
- ‘पंडोले आर्ट गैलरी’द्वारा ‘एन.सी.पी.ए.’में आयोजित म.फि. हुसैनके चित्रोंकी प्रदर्शनी निरस्त !
- पंडोले ‘आर्ट गैलरी’ हिंदूद्वेषी हुसैनके छायाचित्रोंका विक्रय पुलिस सुरक्षामें करेगी !
‘पंडोले आर्ट गैलरी’द्वारा ‘एन.सी.पी.ए.’में आयोजित म.फि. हुसैनके चित्रोंकी प्रदर्शनी निरस्त !
हिंदू जनजागृति समितिके विरोधका परिणाम !
देवी-देवताओंके नग्न चित्र प्रदर्शनीसे हटाए गए !
मुंबई (महाराष्ट्र) – यहांके ‘पंडोले आर्ट गैलरी’ने ‘नरीमन पोइंट’के ‘नेशनल सेंटर फोर परफौमिंग आर्ट्स’(एन.सी.पी.ए.)में हिंदूद्वेषी चित्रकार म.फि. हुसैनके चित्रोंकी प्रदर्शनी आयोजित की थी । उसमें देवी-देवताओंके पांच अर्धनग्न चित्र थे । इस प्रदर्शनीका हिंदू जनजागृति समितिने विरोध करनेपर आयोजकोंने उक्त चित्र प्रदर्शनीसे हटाकर, ‘एन.सी.पी.ए.’ सभागृहमें आयोजित चित्रप्रदर्शनी भी निरस्त कर दी । तदुपरांत एक दुकानसे अन्य चित्रोंका गुप्त रूपसे विक्रय किया गया ।
यहांके ‘पंडोले आर्ट गैलरी’ने १४ जनवरीसे ‘नरीमन पोइंट’के एन.सी.पी.ए.के सभागृहमें हिंदूद्वेषी चित्रकार म.फि. हुसैनके चित्रोंकी प्रदर्शनी आयोजित की थी । उसका हिंदू जनजागृति समितिने विरोध कर प्रदर्शनीस्थलपर प्रदर्शन करनेकी पुलिससे अनुमति मांगी । पुलिसने प्रदर्शनी स्थलपर प्रदर्शन करना निषिद्ध है, यह कहकर आजाद मैदानमें प्रदर्शन करने हेतु कहा । किंतु आंदोलनके एक दिन पूर्व १३ जनवरीको समितिके श्री. शिवाजी वटकर तथा श्रीमती वर्षा ठकारको कुलाबा पुलिस थानेसे फौ.दं.प्र.सं.१९७३, धारा १४९ के अनुसार सूचना देकर प्रदर्शन हेतु प्रतिबंधित किया । वहांके वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकने श्री. वटकर और श्रीमती ठकारको निरंतर दो दिन दूरभाष कर उनसे आंदोलनके विषयमें पूछताछ की । उस समय श्री. वटकरने कहा कि, ‘`पंडोलेके जालस्थलपर दी गई जानकारीके अनुसार प्रदर्शनीमें देवताओंके ५ चित्र अर्धनग्न चित्र हैं । यह बताइए कि प्रदर्शनी कहां है तथा उस स्थानपर जाकर प्रदर्शन करनेकी अनुमति दीजिए । ‘पंडोले आर्ट गैलरी’के विरोधमें धार्मिक भावनाएं आहत करनेका अपराध प्रविष्ट करें । अन्यथा उसकी प्रदर्शनी तथा विक्रय रोकिए ।’’ इसपर उन्होंने कानूनी रूपसे कार्यवाही करनेमें असमर्थता दर्शाई; किंतु दूसरे दिन संपर्क कर प्रदर्शनीसे देवताओंके चित्र हटानेके संदर्भमें सूचित किया तथा ‘एन.सी.पी.ए.’ सभागृहमें चित्रप्रदर्शनी निरस्त होने तथा स्थान परिवर्तनके विषयमें बताना टाल दिया । अंग्रेजी समाचारपत्र ‘हिंदुस्थान टाइम्स’ और ‘मुंबई मिरर’में समाचार प्रकाशित हुआ है कि, ‘कट्टर हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंके विरोधके कारण ‘एन.सी.पी.ए.’ प्रतिष्ठानद्वारा चित्रप्रदर्शनी हेतु अपना सभागृह देने हेतु मना कर दिया गया । इसलिए ‘पंडोले आर्ट गैलरी’को कुलाबाके किसी अज्ञात व्यक्तिगत दुकानमें पुलिस सुरक्षामें प्रदर्शनी तथा विक्रय करना पडा । कोलकाताके दिवंगत बद्रीविशाल पट्टीके संग्रहसे १४५ चित्रोंका विक्रय दादीबा पंडोलेने १० करोड ४५ लक्ष रुपयोंमें करनेका समाचार प्राप्त हुआ है ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात
पौष शुक्ल ३, कलियुग वर्ष ५११४
पंडोले ‘आर्ट गैलरी’ हिंदूद्वेषी हुसैनके छायाचित्रोंका विक्रय पुलिस सुरक्षामें करेगी !
हिंदू जनजागृति समितिका तीव्र विरोध
मुंबई – पंडोले ‘आर्ट गैलरी’ने नरीमन पॉइंटके एन.सी.पी.ए.सभागृहमें हिंदूद्वेषी चित्रकार म.फि.हुसैनके छायाचित्रोंकी प्रदर्शनी आयोजित की है । प्रदर्शनीका आरंभ १४ जनवरीसे एवं छायाचित्रोंका विक्रय १७ जनवरीसे होनेवाला है । इसको हिंदू जनजागृति समितिने वैधानिक मार्गसे विरोध करनेका ठोस निश्चय लिया है । इसलिए आयोजकोंने पुलिस सुरक्षामें प्रदर्शनी लगानेकी ठानी है ।
समितिके विरोधके कारण पुलिसद्वारा शनिवारको आजाद मैदान पुलिस थानेमें पंडोले ‘आर्ट गैलरी’ एवं हिंदू जनजागृति समितिके पदाधिकारियोंकी बैठक आयोजित की गई थी । इस बैठकको पंडोले ‘आर्ट गैलरी’ की ओरसे श्रीमती खोर्शेद पंडोले, श्रीमती प्रिया जयकिशन, समितिके श्री. शिवाजी वटकर, श्री. सतीश सोनार, एम.आर.ए. पुलिस थानेके वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्री. इंदुलकर, पुलिस उपायुक्त डॉ. रवींद्र शिसवे, मुंबई दक्षिण प्रादेशिक विभागके अपर पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश उपस्थित थे ।
इस अवसरपर श्रीमती खोर्शेदने कहा कि हुसैनद्वारा बनाए गए ४०० चित्रोंकी नीलामीमें देवताओंके नग्न एवं अश्लील चित्र नहीं है । इसलिए हम इन चित्रोंकी नीलामी अवश्य करेंगे । इसपर श्री. वटकरने पुलिस उपायुक्तको हुसैनके छायाचित्रोंके विरोधमें समितिद्वारा किए जानेवाले वैधानिक आंदोलनकी जानकारी देकर प्रदर्शनी निरस्त करनेकी मांग की । इस अवसरपर कृष्णप्रकाशने कहा कि कोई कानूनको हाथमें न ले । ‘आर्ट गैलरी’ को हम सुरक्षा देंगे । ( क्या मुसलमान समर्थक कृष्णप्रकाशने हिंदुओंपर आक्रमण करनेवाले मुसलमानोंसे हिंदुओंकी रक्षा करनेकी तत्परता आजतक कभी दिखाई है ? हिंदू सहिष्णु हैं । इसीलिए कृष्णप्रकाश उनपर कानूनका डंडा उठाते हैं । यह स्थिति परिवर्तित करने हेतु हिंदू राष्ट्र स्थापित करना अनिवार्य है ! -संपादक ) तत्पश्चात उपायुक्त डॉ. शिसवेने कहा कि हुसैनके चित्र कानूनसे प्रतिबंधित न होनेके कारण उनका विक्रय रोकना पुलिसके लिए असंभव है । पंडोले ‘आर्ट गैलरी’के साथ कोई जोरजबरदस्ती अथवा डांटफटकार नहीं कर सकते । तदुपरांत श्रीमती खोर्शेदने उन्हें जालस्थानसे एवं दूरभाषसे लोगोंद्वारा आनेवाली तीव्र प्रतिक्रियाओंके कारण होनेवाले कष्टके विषयमें बताया । इसपर डॉ. शिसवेने कहा कि जनता लोकतंत्रके मार्गसे विरोध कर सकती है; परंतु कोई कानूनको हाथमें न ले । इसपर श्री. वटकरने पुलिससे प्रदर्शनीके विरोधमें वैधानिक मार्गसे प्रदर्शन करनेकी अनुमति मांगी । उस समय डॉ. शिसवेने कहा कि प्रदर्शनस्थलके बाहर प्रदर्शन करनेकी अनुमति नहीं है, उस क्षेत्रपर प्रतिबंध लगाया गया है । इसलिए आजाद मैदानपर प्रदर्शन कर सकते हैं ।
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात