सनातनका आश्रम बंद करनेकी धमकी देनेके कारण सनातन संस्थाद्वारा फोंडा पुलिससे सौरभ लोटलीकरके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करनेकी मांग

मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६

रामनाथी (गोवा) – सनातनके विरुद्ध निरंतर  प्रचार करनेवाले यहांके रामनाथ युवा संघके अध्यक्ष सौरभ लोटलीकरने १३ नवम्बर २०१४ को दोपहर १२.१५ बजे पत्रकारोंको सम्बोधित करते समय स्पष्ट रूपसे ‘यदि सनातन आश्रम बंद नहीं किया गया, तो मेरी शक्ति बताऊंगा’ ऐसी धमकी दी है ‘ । इस सन्दर्भमें सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय विश्‍वस्त श्री. वीरेंद्र मराठेने सौरभ लोटलीकरके विरुद्ध फोंडा पुलिस थानेमें एक परिवाद प्रविष्ट कर त्वरित प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही करनेकी मांग की है । परिवादकी एक प्रति पुलिस उपअधीक्षकको भी दी गई है ।  इस परिवादके साथ दैनिक गोमन्तक, तरुण भारत एवं हेराल्ड मराठी दैनिक, तथा हेराल्ड अंग्रेजी दैैनिकमें प्रसिद्ध सौरभ लोटलीकरके भडकीले समाचारके कटे भाग तथा प्रूडंट समाचारप्रणालपर प्रसारित समाचारकी दृक्श्राव्यचक्रिका संलग्न की गई है ।

इस परिवादमें कहा गया है कि..

१. सौरभ लोटलीकरने प्रसारमाध्यमोंको सम्बोधित करते समय फोंडा पुलिस थानेके समक्ष ही यह धमकी दी है । इससे पूर्र्व सौरभ लोटलीकरने १३ नवम्बर २०१४ को दोपहर ११.३० बजे पत्रकारोंको सम्बोधित करते समय ‘हम सनातनके साथ छेडखानी नहीं करेंगे, सनातन संस्था धर्मका कार्य करती है, करे, हम सनातनपर मोर्चा नहीं ले जाएंगे । सनातनद्वारा वारभाट, रामनाथीके युवकोंके विरुद्ध प्रविष्ट परिवाद पीछे ले’ ऐसी मांग की थी  ।

२. इसका स्पष्ट अर्थ यह है कि २२ अक्तूबरको की गई साधकोंकी पिटाई करना, ६ नवम्बरको आश्रमपर पेट्रोलबम पेंâकना, ९ नवम्बरको हिन्दू धर्मजागृति सभाके उपरान्त सभाके प्रसारका वाहन जलानेका प्रयास करना, साधकोंको गाली-गलौज करना अदि सभी अपराधिक कार्यवाहियां सौरभ लोटलीकर एवं उनके समर्थक समाजकंटकोंने ही करनेकी स्वीकृति दी है । इसलिए सौरभ लोटलीकरके विरुद्ध त्वरित अपराध प्रविष्ट कर उन्हें बंदी बनाया जाए ।

३. अबतक ऐसा एक भी परिवाद नहीं प्रविष्ट नहीं है कि सनातनके आश्रमके कारण यहांके ग्रामस्थोंको कष्ट हो रहा है । गांवके ही अनेक साधक सनातनके आश्रममें आकर साधना एवं सेवा करते हैं ।

४. कपिलेश्‍वरी, कवळेमें संपन्न हिन्दू धर्मजागृति सभामें कवळे एवं बांदोडा गांवके ग्रामस्थ उपस्थित थे ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


अद्ययावत


१६ नवंबर मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६

हम सनातनके साथ छेडखानी नहीं करेंगे; सनातन पुलिस परिवाद पीछे लें ! – सौरभ लोटलीकर एवं वारभाटके नागरिक

  • घन्टेभरमें परस्परविरोधी वक्तव्य करनेवाले तालतंत्र गमाए बैठे सौरभ लोटलीकरके वक्तव्योंपर कितना विश्‍वास करें ?
  • इस वक्तव्यसे एक प्रकारसे सौरभ लोटलीकरद्वारा अपराधकी स्वीकृतति ही दी गई है !
  • पुलिसको इससे अलग कौनसा प्रमाण चाहिए ? साधकोंपर बारबार प्राणलेवा आक्रमण करनेवाले इन समाजकंटकोका यही विधान प्रमाण समझकर अब पु्लिस उन्हें कारावासमें डालें !

गोवा – उपरोल्लेखित विधान करनेसे पूर्व सवेरे ११.३० बजे फोंडा पुलिस थानेके समक्ष आयोजित एक पत्रकार परिषदमें सौरभ लोटलीकरने कहा था कि हम सनातनके साथ छेडखानी नहीं करेंगे । सनातन संस्था धर्मका कार्य करती है, उसे करने दे । हम सनातनपर मोर्चा नहीं निकालेंगे ।

सौरभ लोटलीकरने १३ नवम्बरको सनातनद्वारा रामनाथीके युवकोंके विरुद्ध प्रविष्ट परिवाद पिछे लेनेकी मांग की थी । (भविष्यमें सनातनके साथ छेडखानी नहीं करेंगे, ऐसा कहकर मासुमियत बतानेसे इससे पूर्वके कृत्योंको क्षमा नहीं मिलती ! उसीप्रकार लोहेकी सलईसे साधकोंपर प्राणलेवा आक्रमण करना, पेट्रोलबमसे आक्रमण आश्रम एवं सनातनका वाहन जलानेका प्रयास करना तथा सनातनके न्यासीके विरुद्ध झूठा पूलिस परिवाद करना आदि दुष्कृत्य करनेवाले अपराधी मानसिकतावाले समाजकंटकोके वक्तव्योंपर कौन विश्‍वास करेगा ? – सम्पादक) तदुपरांत कुछ समयमें ही उन्होंने वक्तव्यको मोड दिया ।

नरकचतुर्दशीको सवेरे सनातनके आश्रममें घुसकर साधकोंको मारपीट करनेके विषयमें सनातन संस्थाद्वारा फोंडा पुलिसमें परिवाद प्रविष्ट किया गया है । इस परिवादमें साधकोंको मारपीट करनेवालोंके नाम भी पुलिसको दिए गए हैं । इस पाश्र्वभूमिपर सनातनद्वेषी सौरभ लोटलीकरने यह मांग की है । इस अवसरपर वारभाट एवं आसपासके २० नागरिक तथा सौरभ लोटलीकरकी माताजी तथा बांदोडा पंचायतकी पंचसदस्या श्रीमती शर्मिला लोटलीकर भी उपस्थित थी ।

सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठेद्वारा दिए गए झूठे परिवादकी जांच करनेकी मांग !

सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठेने फोंडा नगरमें १२ नवम्बरको सायं ५.१५ बजे गाली-गलौज कर जीवित मारनेकी धमकी दी, ऐसा झूठा परिवाद बांदोड पंंचायतके पंच तथा समाजकंटकोंके नेता सौरभ लोटलीकरकी माताजी श्रीमती शर्मिला लोटलीकरने फोंडा पुलिस थानेमें प्रविष्ट किया था । पुलिसद्वारा इस परिवादको अदखलपात्र अपराधके रूपमें प्रविष्ट किया गया है । १३ नवम्बरको आयोजित पत्रकार परिषदमें सौरभ लोटलीकरने कहा कि उन्होंने पुलिससे इस विषयमें जांच करनेकी मांग की है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


१५ नवंबर २०१४, मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६

सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठेके विरुद्ध बांदोडा पंचायतकी पंचसदस्या शर्मिला लोटलीकरद्वारा झूठा परिवाद

सौरभ लोटलीकर एवं उनके सहयोगियोंकी कार्यवाही टालने हेतु दयनीय चेष्टा !

फोंडा – सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठेने फोंडा नगरमें १२ नवम्बर २०१४ को सायं ५.१५ बजे गाली-गलौज की एवं जीवित मारनेकी धमकी दी, ऐसा झूठा परिवाद बांदोडा पंचायतकी पंच श्रीमती शर्मिला लोटलीकरने १२ नवम्बर २०१४ को फोंडा पुलिस थानेमें किया है । श्रीमती शर्मिला लोटलीकर सनातन संस्थाके विरोधमें कृत्य करनेवाले समाजकंटकोंके नेता सौरभ लोटलीकरकी माता है । पुलिसने इस परिवादको अदखलपात्र अपराधके रूपमें प्रविष्ट किया है । श्रीमती शर्मिला लोटलीकरने अपने परिवादमें श्री. वीरेंद्र मराठेके दोपहियेका क्रमांक दिया है ।

इस परिवादसे समाजकंटकोंकी हीन मानसिकता दिखाई देती है ! – श्री. वीरेंद्र मराठे

मेरे विरोधमें ऐसा परिवाद कर समाजकंटक एवं उनके समर्थकोंने यही दिखा दिया है कि वे हीन मानसिकताके हैं । जिस व्यक्तिने यह परिवाद दिया है, उस व्यक्तिको मैं नहीं जानता । अतः गालीगलौज कर जीवित मारनेकी धमकी देनेकी बात बिलकुल झूठी है । समाजकंटकोंद्वारा राज्यपालको ११ नवम्बरको प्रस्तुत निवेदनसे उनका झूठापन ही दिखाई दिया है । आज उन्होंने उसके भी आगे झूठापन दिखाते हुए अपनी हीन मानसिकता ही उजागर की है । मेरे पिछले १५ वर्षोंके सामाजिक कार्यमें मेरे विरुद्ध पुलिस परिवाद तो दूर; परन्तु किसीने साधारण आरोप भी नहीं लगाया है । सनातनके साधकोंकी पिटाई करनेवाले तथा सनातनके आश्रमपर पेट्रोलबम फेंकनेवाले समाजकंटकोंपर कार्यवाही होनेहेतु सनातन संस्थाद्वारा की गई मांगके कारण समाजकंटक भडक गए हैं एवं निरर्थक आरोप लगा रहे हैं । ऐसे लोगोंको समाज जानता है । कार्यवाही टालने हेतु समाजकंटकोंद्वारा यह दयनीय चेष्टा की जा रही है । समाजकंटक इस बातको जान लें कि अन्य लोगोंकी निन्दा कर अपना चारित्र्य उज्वल नहीं होता ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


१३ नवंबर २०१४, मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६

सनातनके गोवाके आश्रमपर हु्ए आक्रमण का मामला : सनातन संस्थाद्वारा उत्तर गोवा जनपदधिकारी एवं पुलिस अधीक्षकको निवेदन प्रस्तुत !

रामनाथीके सनातनके आश्रमपर होनेवाले आक्रमणोंके प्रकरणमें सौरभ लोटलीकर एवं अन्य समाजकंटकोंको प्रतिबन्धात्मक रूपसे बन्दी बनाएं !

निवेदनद्वारा की गई मांगें

  • सभी अपराधोंकी जांचका ब्यौरा त्वरित मांग लें ।
  • सौरभ लोटलीकर, रोहन नाईक, सर्वेश नाईक, विशाल कवलेकर नाईक एवं रामदास नाईकको उत्तर गोवा राज्यसे सीमापार करें ।
  • सौरभ लोटलीकरको प्रतिबन्धात्मक रूपसे बन्दी बनाएं ।
  • कथित अपराधकी जांच करनेमें फोंडा पुलिस थाना विफल हो गया है ।
  • यह प्रकरण रिश्वत लेकर दबानेकी घटना दिखाई दे रही है । इसलिए गुप्तचर विभागद्वारा इस प्रकरणकी जांच की जाए ।

goa_police_nivedanउत्तर गोवाके जनपदाधिकारी नीला मोहनन्को निवेदन देते समय सनातन संस्थाका प्रतिनिधिमंडल

पणजी  (गोवा) – १० नवम्बरको सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठेने उत्तर गोवाके जनपदाधिकारी नीला मोहनन् एवं उत्तर गोवा पुलिस अधीक्षक प्रियांका कश्यपसे रामनाथीके सनातनके आश्रमपर बारबार होनेवाले आक्रमणसे सुरक्षा मिलने एवं अपराधियोंके विरुद्ध वैधानिक रूपसे कठोर कार्यवाही करनेकी मांगको लेकर भेंट की । इस अवसरपर जनपदाधिकारी मोहनन्को छायाचित्र एवं दृक्श्राव्यचक्रिकाद्वारा सनातनके आश्रमपर बारबार होनेवाले आक्रमणका समाचार विस्तृत रूपसे बताया गया । उसीप्रकार इन घटनाओंके अनुसार पुलिसमें प्रविष्ट परिवादकी प्रतियां भी जनपदाधिकारीको दी गर्इं । जनपदाधिकारी मोहनन्ने पूरी जानकारी  लेकर त्वरित उत्तर गोवाके पुलिस अधीक्षकको यह निवेदन भेजा तथा इस प्रकरणके सन्दर्भमें जांच कार्यके पुनर्विलोकनकी मांग की है । पुलिस अधीक्षक प्रियांका कश्यपने भी इस विषयमें जांच करनेका आश्‍वासन दिया है । इस अवसरपर सनातन संस्थाके प्रतिनिधिमण्डलमें श्रीमती मीना कामत, श्रीमती राजश्री गडेकर, पू. पृथ्वीराज हजारे, श्री. सुरजीत माथुर तथा अधिवक्ता नागेश ताकभातेका सहभाग था ।

सनातनके आश्रम एवं साधकोंपर निरन्तर हो रहे आक्रमणोंकी सूची प्रस्तुत

जनपदाधिकारी मोहनन् एवं पुलिस अधीक्षक कश्यपको दिए गए निवेदनमें कहा गया है कि रामनाथी, फोंडाकी सनातन संस्थाका आश्रम केवल भारतके ही नहीं, अपितु पूरे विश्वके जिज्ञासुओंके लिए एक ज्ञानभाण्डार एवं समाजके लिए चैतन्यस्रोत है । आश्रमकी ओरसे विद्यार्थियोंको निशुल्क निवास देनेवाले, वेदोंकी शिक्षा देनेवाले, प्रौढ व्यक्तियोंके लिए उच्च श्रेणीके आश्रयस्थानवाले एवं अनेक सामाजिक कार्यमें सम्मिलित होनेवाले सनातनके आश्रमपर समाजकंटकोंद्वारा आक्रमण हो रहे हैं । निवेदनमें २२ अक्तूबर अर्थात नरकचतुर्दशीको आश्रमके अहातेमें घुसकर साधकोंको मारपीट करनेके प्रकरणका विस्तृत समाचार, समाजकंटकोंके सन्दर्भमें पुलिसको दी गई जानकारी, समाजकंटकोंद्वारा पुलिस जांचमें लाई गई अडचन, सौरभ लोटलीकरद्वारा आश्रम परिसरमें उत्पन्न आतंक तथा ६ नवम्बरकी रात्रि रामनाथीके सनातनके आश्रमपर पेट्रोलबम फेंकनेके प्रयासके सन्दर्भमें जानकारी दी गई तथा ९ नवम्बर २०१४ को डॉ. मनोज सोलंकीके वाहनपर पथराव, उसी रात्रि १० बजे  रथामल, कपिलेश्‍वरीमें पार्क किया गया सनातन संस्थाके (आश्रमका) मारुति ओमनी वाहनकी जीवितहानि करनेके उद्देश्यसे पेट्रोलबमद्वारा उडा देनेके प्रयासके सम्बन्धमें जानकारी दी गई है । पिछले २० दिनोंसे अबतक प्रतिदिन आक्रमण हो रहे हैं तथा ये सभी घटनाएं ध्यान देनेयोग्य अपराध होते हुए भी पुलिसद्वारा पिछले २० दिनोमें एक भी समाजकंटककी ना जांच हुई, ना ही उसे बन्दी बनाया गया ।

कहीं ऐसा तो नहीं कि पुलिस इस प्रकरणमें रिश्वत लेकर अपराधियोंको खुला छोड रही हो, इस निवेदनमें ऐसा प्रश्‍न उपस्थित किया गया है ।

मदिरा, मटका एवं नरकासुर प्रतियोगितासे सम्बन्धित गुटद्वारा आक्रमण होनेकी आशंका !

समाजकंटकों एवं आसपासके लोगोंसे सनातनके किसी भी प्रकारके निजी व्यवहार नहीं हैं । सनातन संस्था अनेक वर्षोंसे मदिरा, मटका एवं नरकासुरदहन प्रतियोगितामें होनेवाली अनुचित घटनाओंके विरुद्ध कार्य कर रही है । अतः इस व्यवसायमें लिप्त एक विशेष गुट सनातनके साधकोंपर निरन्तर आक्रमण करता रहता है । नरकासुर प्रतियोगिताके नामपर चंदा संग्रहित किया जाता है एवं उसी पैसेपर मौज करनेवाला नया मुफ्तखोर समाज उत्पन्न हो गया है । समाजकंटकोंके एक विशिष्ट गुटद्वारा ये आक्रमण हो रहे हैं । वास्तवमें मदिरा, मटका एवं नरकासुर प्रतियोगितामें करोडों रुपयोंका व्यवहार होता है । इसलिए अपने स्वार्थके लिए यह गुट किसी भी स्तरपर जाकर संस्थाके शिष्योंको लक्ष्य कर सकता है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


१२ नवंबर २०१४, मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६

समाजकंटकोंद्वारा पेट्रोलबमकी सहायतासे कवळे, गोवाके हिन्दू धर्मजागृति सभास्थलके समीप लगा चौपहिया वाहन जलानेका प्रयत्न !

  • समाजकंटकोंद्वारा सनातनपर बढते हुए आक्रमण !
  • आगके कारण प्रचारफलक जल गया एवं वाहनके दरवाजेकी हानि हुई !
  • समाजकंटकोंद्वारा पेट्रोलबमकी सहायतासे इन ४ दिनोंमें आक्रमणकी दूसरी घटना !

van_damage१. वाहनको लगी आग बुझाते समय अग्निशमन दलके जवान

van_damage_full२. आगसे हानि हुए वाहनका दरवाजा

रामनाथी (गोवा)– हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा ९ नवम्बरको कपिलेश्वरी, कवळेके पंचायत मैदानमें हिन्दू धर्मसभा आयोजित की गई थी । इस सभाके लिए प्रयुक्त सनातन संस्थाका मारुति ओमनी चौपहिया वाहन सभास्थलके पास प्रमुख मार्गके बाजूमें (पार्कमें ) खडा था । सभा समाप्त होनेपर रात्रि १० बजे अज्ञातोंने हानि करनेके उद्देश्यसे जीवित पेट्रोलबमकी सहायतासे वाहनको आग लगाकर उसे जलानेका प्रयास किया । इस आगमें वाहनपर लगा प्रचारफलक जल गया एवं वाहनके दरवाजेकी भी हानि हुई । समय रहते ही आग बुझनेसे आगेका अनर्थ टल गया । इस समय अग्निशमन दलको आमन्त्रित किया गया । अग्निशमन दलके सिपाहियोंने वाहनका निरीक्षण किया ।

इस सभामें पुलिस भी उपस्थित थी; परन्तु पुलिसके जानेके उपरान्त समाजकंटकोंने उपर्युक्त कृत्य किया । इस प्रकरणमें सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंन्द्र मराठेने पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट किया है । इस परिवादके माध्यमसे अपराधियोंको पकडकर उन्हें आपराधिक धाराओंके अनुसार अपराध प्रविष्ट करनेकी मांग की गई है ।
समाजकंटकोंद्वारा पेट्रोलबमकी सहायतासे इन चार दिनोंमें आक्रमणकी दूसरी घटना !

इससे पूर्व ६ नवम्बर २०१४ की रात्रि ९.४५ बजे रामनाथीमें स्थित सनातनके आश्रमपर समाजकंटकोंने पेट्रोल एवं मिट्टीका तेल प्रयुक्त कर बनाए २ पेट्रोलबम फेंकनेका प्रयास किया था । आश्रमके बाजूमें अत्यधिक झाडी होनेसे ये पेट्रोलबम आश्रमके अहातेमें न पहुंचकर वृक्षोंमें ही अटक कर रह गए ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११६

रामनाथी (गोवा) के सनातन आश्रमपर समाजकंटकोंद्वारा पेट्रौलबम फेंकनेका प्रयास

  • नरकचतुर्दशीको सेवेरे समाजकंटकोद्वारा रामनाथी सनातन आश्रममें घुसकर साधकोंकी पिटाई करनेका प्रकरण
  • सनातनके आश्रममें घुसकर साधकोंके साथ मारपीट करनेवाले समाजकंटकोंपर कार्यवाही न होनेका १९ वां दिन !
  • ‘हिन्दू राष्ट्र’में ऐसे समाजकंटकोंपर त्वरित कठोर कार्यवाही की जाएगी !
  • पुलिसद्वारा अपराधियोंका पता लगनेका दावा

petrol_bombआश्रमके बाजूकी झाडीमें पाया गया पेट्रोलबम

police_ramnathi निरीक्षण करती हुई गोवा पुलिस

रामनाथी (गोवा) – ६ नवम्बर २०१४ की रात्रि ९.४५ बजे समाजकंटकोंने पेटौ्रल एवं मिट्टीका तेल प्रयुक्त कर बनाया पेट्रौलबम रामनाथी, सनातन आश्रमकी पूर्व दिशामें फेंकनेका प्रयास किया । इस ओर बहुत झाडी होनेसे यह पेट्रौलबम आश्रमके अहातेमें न पहुंचकर वृक्षोंमें ही फंसकर रह गया ।

इस विषयका विस्तृत घटनाक्रम..

१. आरम्भमें आगके दो छोटे गोले ऊंचाईसे आश्रमकी ओर आकर कुछ अंतरपर झाडीमें गिरे ।

२. तत्पश्चात त्वरित बडी आग भडकी एवं सर्वत्र पेट्रौलका गन्ध फैल गया ।

३. आश्रमके तीसरे मालेसे तीन साधकोंने इस घटनाको देखा ।

४. आगके गोले गिरते दिखाई देते ही त्वरित आश्रम व्यवस्थापनद्वारा फोंडा पुलिस थानेको सूचित किया गया ।

५. पुलिसद्वारा आश्रम परिसरमें आकर निरीक्षण करनेपर उन्हें भी मिट्टीके तेलकी गंध आई, ऐसा उन्होंने बताया । पुलिसने बताया कि जहांसे ये गोले फेंके गए हैं, वहां रात्रिमें जाना सम्भव नहीं है । पूरी रात्रि पुलिसद्वारा आश्रमके आसपास पहरा रखा गया गया ।

६. तदुपरान्त ७ नवम्बर २०१४ को सवेरे ९ बजे पुलिसने पेट्रौल बम फेंके जानेवाले परिसरमें जाकर निरीक्षण किया, तो पेट्रौल एवं मिट्टीके तेलवाले दो पेट्रौल बम मिले ।

७. इसमें ऐसा दिखाई दिया कि एक पेट्रौलबम नहीं फूटा परन्तु बोतलके ज्वालाग्राही द्रव्यका विस्फोट हुआ तथा दूसरा पेट्रौलबम जीवित था । इसका पंचनामा कर पुलिसद्वारा ये दोनों पेट्रौल बम नियन्त्रणमें ले लिए गए ।

८. घटनास्थलसे १५ मीटरकी दूरीपर आश्रमका खानगी मार्ग है, यहां स्थायी रूपसे साधकोंकी भीड रहती है तथा आश्रमके वाहन भी इस मार्गपर रहते हैं । इसलिए आश्रमके साधकोंके प्राण संकटमें हैं ।

९. इससे पूर्व नवम्बर २००९ में समाजकंटकोंने इसी ओरसे आश्रमपर सोडावॉटरकी बोतलें पेंâकी थीं । ये बोतलें एवं पत्थर फेंककर आश्रमकी हानि की गई थी ।

१०. पुलिसको त्वरित इन समाजकंटकोंको ढूंढकर उनपर अपराध प्रविष्टकर वैधानिक रूपसे कठोर कार्यवाही करनेकी विनती की गई है ।

जडसे उपाय न कर केवल ऊपरी स्तरपर उपाय करनेका दिखावा करनेवाली गोवाकी पुलिस

सनातनके रामनाथी आश्रमके साधकोंपर आक्रमण करनेवाले गुण्डे कौन हैं, यह बतानेपर भी पुलिसकर्मी कभी कभी उन्हें पकडनेके स्थानपर आश्रमके समक्ष गाडी रखकर घण्टों उसमें बैठे रहते हैं एवं आश्रमकी रक्षा करनेका दिखावा करते हैं । इसकी अपेक्षा यदि उन्होंने गुण्डोंको नियन्त्रणमें लिया होता, तो उन्हें उनका समय अन्यत्र पहरा देने हेतु प्रयुक्त करना सम्भव होता । पुलिसद्वारा आश्रमके समक्ष गाडी रखना ऊपरी स्तरपर उपाय हुआ । यह पेâफडोंके क्षयरोग होनेपर जडसे रोग अच्छा करने हेतु औषधि न देकर केवल खांसीकी औषधि देनेसमान ही है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६

सनातनके गोवाके आश्रमपर हु्ए आक्रमण का मामला : संदिग्ध ब्रिजेश नाईकको पुलिसने जांचके लिए नियन्त्रणमें लेकर छोड दिया !

फोंडा (गोवा) – २२ अक्तूबरको नरकचतुर्दशीको सवेरे सनातनके रामनाथीके आश्रममें घुसकर ४ साधकोंपर प्राणघातक आक्रमण करनेके प्रकरणमें फोंडा पुलिसने ७ नवम्बरको संदिग्ध ब्रिजेश नाईकको (आयु ३० वर्ष ) पूछताछके लिए नियन्त्रणमें लेकर छोड दिया । पुलिसने इससे पूर्व प्रकरणमें वाहनचालक, रिक्शाचालक तथा अन्य दो संदिग्ध व्यक्तियोंको पूछताछके लिए नियन्त्रणमें लेकर पश्चात उन्हें छोड दिया था । फोंडा पुलिस थानेके पुलिस निरीक्षक सी. एल. पाटिलद्वारा दी गई जानकारीके अनुसार पुलिसको इस प्रकरणमें अपराधियोंका पता चल गया है । पुलिस उन्हें ढूंढ रही है ।

पुलिसकर्मियो, यदि सादे वेशमें रहकर समाजकंटकोंपर ध्यान दिया होता, तो उन्हें पकडना सुलभ होता !

रामनाथी आश्रमपर गुण्डे आक्रमण करते हैं, तत्पश्चात पुलिसवाले अपनी गाडी आश्रमके समक्ष खडी करते हैं । गाडी खडी रहते समय गुण्डे आक्रमण कैसे करेंगे ? इसलिए पुलिसवालोंने अपनी गाडी आश्रमके समक्ष न रख यदि आश्रमके अहातेमें रखी होती एवं साधारण वेशमें वे आश्रममें आए होते, तो उनके लिए गुण्डोंको पकडना सुलभ हुआ होता !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


३ नवंबर २०१४, कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६

सनातनके गोवाके आश्रमपर हु्ए आक्रमण का मामला : आश्रमकी सुरक्षापूर्ति करनेमें फोंडा पुलिस असमर्थ !

आश्रम सुरक्षाकी व्यवस्था आश्रमको ही करनेका समुपदेश !

  • एक भी अपराधीको पुलिसद्वारा अबतक बंदी नहीं बनाया गया है । तब भी पुलिस आश्रमकी सुरक्षा नकार रही है । ऐसी स्थितिमें आश्रमपर पुनः आक्रमण किया गया, तो उसका उत्तरदायी कौन होगा ?
  • भविष्यमेें प्रत्येक परिवादकर्ताको पुलिस स्वयंकी रक्षा स्वयं ही करनेके लिए सूचित करेगी ! ऐसी पुलिसकी आवश्यकता ही क्या है ? पुलिसकी मानसिकता ही परिवर्तित करनी चाहिए !
  • शंकराचार्य निश्‍चलानंद सरस्वती गोवामें आए । तब भी गोवा पुलिसद्वारा उन्हें यथायोग्य सुरक्षाव्यवस्था नहीं दी गई थी ! क्या इससे हम यह मान लें कि गोवा पुलिस जानबूझकर हिन्दुनिष्ठ संगठनोंका दमन कर रही है ?
  • ओल्ड गोवामें होनेवाले फ्रान्सिस जेवियरके शवप्रदर्शन समारोहको भी सुरक्षापूर्ति करते समय क्या पुलिस ऐसे ही कारण बताएगी ?

रामनाथी – कुछ दिन पूर्र्व गोपनीय सूत्रोंद्वारा सनातनके रामनाथी आश्रमपर किरायेके गुण्डोंद्वारा आक्रमण होनेकी जानकारी मिली थी । इन किरायेके गुण्डोंद्वारा आश्रमके साहित्यकी तोडफोड एवं साधकोंके साथ मारपीट किए जानेकी सम्भावना उत्पन्न होनेसे २९ अक्तूबरको सनातन आश्रमद्वारा फोेंडा पुलिससे आश्रमकी सुरक्षापूर्ति करनेकी मांग की गई थी । इस मांगके उत्तरमें पुलिसने, ‘मनुष्यबलके अभावसे आश्रमको २४ घण्टे सुरक्षापूर्ति करनेमें हम असमर्थ हैं तथा उस क्षेत्रमें हम पहरा देंगे,’ ऐसा कहते हुए असमर्थता दर्शाई है । पुलिसद्वारा लिखित उत्तरमें पुलिसने बताया कि आश्रम सुरक्षाकी व्यवस्था आश्रमही करे । उसीप्रकार आश्रमके पिछले भागमें १ सीसीटीवी छायाचित्रक (कैमरा) बिठानेका भी परामर्श दिया गया है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


३ नवंबर २०१४, कार्तिक शुक्ल पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६

रामनाथीके (गोवा) सनातनके आश्रमपर किरायेके गुण्डोंद्वारा आक्रमण होनेकी सम्भावना

गोपनीय सूत्रोंद्वारा जानकारी मिली है कि रामनाथीके (गोवा) सनातनके आश्रमपर किरायेके गुण्डोंद्वारा आक्रमण करनेका नियोजन चालू है तथा आनेवाले १-२ दिनोंमें ऐसा आक्रमण होनेकी सम्भावना है । नरकचतुर्दर्शी अर्थात दि.२२.१०.२०१४ को सवेरे वरभाट, कवळेके कुछ समाजकंटकोंने आश्रमके अहातेमें सनातनके साधकोंके साथ मारपीट की थी । तत्पश्चात पुलिसद्वारा कार्यवाही टालने हेतु समूहने पुलिसपर दबावतंत्रका उपयोग किया था । उसीप्रकार आश्रमके सामनेसे फेरियां मारकर परिसरमें आतंक उत्पन्न किया गया था । इस समय ग्रामसभामें ‘सनातनका आश्रम हमें नहीं चाहिए,’ ऐसी मांग कर सरकारको भी निवेदन दिया जाएगा, समाजकंटकोंका समर्थन करनेवाले सौरभ लोटलीकरने प्रसारमाध्यमोंसे ऐसा कहा था ।

इस मारपीटके सन्दर्भमें अबतक किसीको भी बंदी नहीं बनाया गया है । बंदी बनानेके भयके कारण आश्रमपर दबाव डालनेके अनुषंगसे किरायेके गुण्डोंद्वारा आक्रमण करनेका षडयंत्र रचे जानेकी सम्भावना है । इसलिए आश्रमके साधक एवं वहांके साहित्य तथा उपकरणोंपर संकट आ गया है । आश्रम व्यवस्थापनद्वारा इन किरायेके गुण्डोंके आश्रममें आकर साधकोंके साथ मारपीट करने एवं आश्रमके साहित्यकी तोडफोड करनेकी सम्भावना होनेसे आश्रम व्यवस्थापनद्वारा आश्रम एवं साधकोंकी रक्षा हेतु त्वरित उपाययोजना करनेकी विनती की गई है । इस मांगकी प्रतियां मुख्यमंत्री श्री. मनोहर पर्रीकर, स्थानीय विधायक श्री. सुदिन ढवलीकर, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक (उत्तर गोवा) एवं पुलिस उपअधीक्षक, फोंडाको भी भेज दी गई हैं ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


२६ अक्टूबर २०१४, कार्तिक शुक्ल पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६

सनातनके गोवाके आश्रमपर हु्ए आक्रमणकी घटना का पूरा विवरण NIA को तत्काल सूचित करें – सनातन संस्थाकी पुलिस अधीक्षकसे मांग

कानूनके अनुसार समाजकंटकोंका कृत्य युएपीए (UAPA) आतंकी कृत्य होनेसे कथित घटनाकी जांच एवं पूरा विवरण राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्रको तत्काल (NIA) सूचित करें ! – सनातन संस्थाकी पुलिस अधीक्षकसे मांग

रामनाथी – २२ अक्तूबर २०१४ को सवेरे ६ बजे नरकासुर प्रतिमादहन प्रतियोगितामें सम्मिलित कवळेके युवकोंके समूहने साधकोंके मनमें आतंक उत्पन्न करने तथा नरकासुर प्रतिमा आश्रमके अहातेमें जलानेके उद्देश्यसे उनका जीए ०२ यू ५००४ वाहन आश्रमके प्रवेशद्वारसे बलपूर्वक घुसानेका प्रयास किया गया तथा लोहेका छड एवं काठियां लेकर साधकोंको मारपीट की गई । यह कृत्य युएपीए (UAPA) कानूनके अनुसार आतंकवादी कृत्य है । इसलिए कथित घटनाकी जांच एवं पूरा विवरण राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्रको सूचित करनेकी मांग सनातन संस्थाने उत्तर गोवा पुलिस अधीक्षकको एक निवेदन देकर की है ।

सनातन संस्थाने इस निवेदनमें कहा है कि सनातन संस्था पिछले १४ वर्षोंसे हिन्दू धर्मके विविध उत्सवमें प्रविष्ट अनुचित घटनाओंके विरोधमें वैधानिक मार्गसे प्रबोधनात्मक आंदोलन चला रही है । नरकासुरकी बडी प्रतिमाएं बनाकर अपघातोंको निमंत्रण देना, यातायातकी नाकेबंदी करना, नरकासुर प्रतिमाद्वारा मार्ग अडाकर पैसे मांगना, नरकासुर प्रतिमा मार्गपर जलाना तथा शराब पीकर मारामारी करना आदि नरकासुरदहन प्रथामें होनेवाली अनुचित घटनाएं बंद होने हेतु सनातन संस्था अन्य समविचारी संगठनोंकी सहायतासे समय-समयपर शासनको निवेदन एवं दुष्परिणामोंकी जानकारी देकर अनुचित घटनाओंको नियंत्रित करने हेतु प्रयास कर रही है । इसलिए सनातनकी मानसिकताके समान कृत्य करनेवाले लोगोंपर ध्यान रख ये समाजकंटक उन्हें कष्ट दे रहे हैं ।

समाजमें सनातन संस्थाकी मानसिकताके अनुसार कृत्य करनेवाला एक बडा वर्ग है । उन्हें लक्ष्य कर उनके मनमें आतंक उत्पन्न करनेका प्रयास इन समाजकंटकोंद्वारा निरंतर किया जा रहा है । यह कृत्य आतंकवादी कृत्योंमें गिना जाता है । इसलिए इस कृत्यकी जांच राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्रद्वारा करना आवश्यक है । उसीप्रकार ऐसी घटनाकी जानकारी ४८ घंन्टोंके अंदर कानूनके अनुसार स्थानीय पुलिस अधीक्षकद्वारा राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्रको सूचित करना बंधनकारी है । कृपया इसपर ध्यान दे । कथित घटनाका विवरण राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्रको सूचित किया जाए ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


 २५ अक्टूबर २०१४, कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया, कलियुग वर्ष ५११६

वाहनचालककी प्रतिभूतिपर मुक्तता

सनातन आश्रममें घुसपैठ कर साधकोंके साथ मारपीट करनेका प्रकरण

फोंडा – २४ अक्तूबर नरकचतुर्दशीके दिन सवेरे ६ बजे सनातनके रामनाथीके आश्रममें नरकासुरकी प्रतिमावाला वाहन घुसाकर वहां स्वच्छता करनेवाले एवं अन्य तीन साधकोंको मारपीट करनेवाले समाजकंटकोंको ढूंढने हेतु फोडा पुलिसने संदिग्धके रूपमें बंदी बनाए गए वाहनचालक दीपक कळंगुटकर (सेरावली, मडगाव) को ३ नवंबरको बंदी बनाकर उसी दिन सायं समयमें प्रतिभूतिपर उसे मुक्त किया । पुलिसद्वारा इस प्रकरणमें जी ए ०२ यू ५००४  क्रमांकका वाहन नियंत्रणमें लिया है; परंतु इस घटनाको अब दो दिनसे अधिक कालावधि व्यतीत होकर भी पुलिसको अन्य किसीको बंदी बनानेमें असफलता मिली है ।

किसीको बन्दी बनाना संभव नहीं हो सका । प्राप्त जानकारीके अनुसार सनातन आश्रममें ऊधम मचानेवाले लोगोंका स्थान पुलिसद्वारा पता कर लिया गया है एवं पुलिसने उनपर ध्यान केंद्रित किया है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


२२ अक्टूबर २०१४ कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६

नरकचतुर्दशीको सवेरे सनातनके रामनाथी, गोवाके आश्रमपर नरकासुरी मानसिकताके समाजकंटकोद्वारा आक्रमण

सनातन आश्रमके अहातेमें बलपूर्वक घुसकर गुंडोंद्वारा साधकोंको लाठियां, लोहेके गज एवं पत्थरोंसे मारपीट एवं साहित्यकी तोडफोड

समाजकंटकोंद्वारा आश्रम परिसरके गमलोंकी  कि गर्इ तोडफोड

रामनाथी (गोवा) – २२ अक्तूबर २०१४ को सवेरे लगभग साढे पांच-पौने छः बजे नरकासुर प्रतिमादहन प्रतियोगितामें सम्मिलित कवळेके युवकोंके गुटद्वारा यहांके सनातनके आश्रम परिसरमें घुसकर निवासी साधकोंको लाठियां, लोहेके गज एवं पत्थरोंसे मारपीट तथा यहांके कुंडियोंकी तोडफोड की गई । इस आक्रमणमें चार साधक घायल हो गए एवं एक साधककी सोनेकी सांकल चोरी गई । इस घटनाकी जानकारी पुलिस पहरेके पुलिसको दी गई । पुलिस घटनास्थलपर आनेतक मारपीट करनेवाले गुंडे लापता हो गए । सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय विश्‍वस्त श्री. वीरेंद्र मराठेने फोंडा पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट किया है ।

गुंडोंद्वारा किए गए आक्रमणका घटनाक्र

१. नरकासुर प्रतिमादहन प्रतियोगितामें सम्मिलित कवळेके युवकोंके समूहने अपना जीए ०२ यू ५००४ वाहन आश्रमके प्रवेशद्वारसे अंदर बलपूर्वक घुसानेका प्रयास किया । उनके साथ २५ से ३० युवक थे । इनमें कुछ युवकोंके हाथमें लोहेके गज एवं लाठियां थीं । इस युवकोंके समूहने हेतूपुरस्सर आश्रममें आतंक उत्पन्न करने हेतु नरकासुरकी प्रतिमाके साथ ट्रक आश्रममें घुसानेका प्रयास कर शांति भंग की ।

२. इस समय साधक श्री. सुरेश कदम परिसर झाड रहे थे । उनपर इस समूहद्वारा एकाएक आक्रमण किया गया एवं उस समूहके एक युवकने श्री. सुरेश कदमके दार्इं ओरकी कनपटीपर जोरसे थप्पड मारी तथा अश्‍लील गाली-गलौज करते हुए लातों-बुक्कोंसे उनके पेटमें जबरदस्त मारपीट की । अतः श्री. सुरेश कदम चक्कर आकर गिर पडे । फलस्वरुप उनके दाए आंखके पास चोट आई एवं पेटमें असह्य वेदना होनेके कारण उन्हें रुग्णालयमें  भरती किया गया है ।

३. श्री. कदमके साथ मारपीट होती देखकर आश्रमके साधक श्री. उमेश गौडा वहां गए । उन्हें भी गुंडोंने आश्रमके अहातेमें मारपीट करनेके उद्देश्यसे घुसकर उनके शरीरके पूरे वस्र फाडकर उन्हें नीचे गिराया एवं अश्‍लाघ्य अपशब्द कहते हुए लातो-बुक्कोंसे मारपीट की । मारपीटके कारण श्री. उमेश गौडा अपने प्राणकी रक्षा हेतु बडे स्वरमें चिल्लाहट कर रहे थे । इसलिए आश्रमके अन्य दो साधक श्री. सुरजीत माथुर एवं श्री. सागर म्हात्रे क्या चल रहा, यह देखने हेतु वहां दौडते हुए आए ।

४. गुंडोंमें दो लोगोंने श्री. सुरजीतको पकडा एवं एकने मारपीट की तथा उनके वस्रोंको फाडकर उन्हें घसीटते हुए वाहनके पहियेके पास लेजाकर इनके उपर गाडी ले जाओ ऐसा बार-बार चिल्लाते हुए उसके साथ मारपीट कर रहे थे । इस समय ३-४ गुंडोंने श्री. सागर म्हात्रेको लाठी एवं लोहेके गजसे मारपीट की । इसमें एक व्यक्तिने श्री. सागर म्हात्रेके गलेकी बीचमे पदकवाली १५ ग्राम भारकी सोनेकी सांकल खींच ली ।

५. एक गुंडेने वहांके आश्रमकी ही एक मिट्टीकी कुंडी एक साधकपर फेंककर मारी ।

६. इस मारपीटके कारण सर्वश्री उमेश गौडा, सुरजीत माथुर, सागर म्हात्रे एवं सुरेश कदमको अनेक स्थानोंपर गंभीर चोटें आई हैं ।

गुंडोंद्वारा आक्रमणके कारण आश्रम एवं आश्रम परिसरमें आतंकका वातावरण

१. आक्रमणकारियोंने सनातन आश्रमकी वस्तुओंकी तोडफोड कर आश्रम एवं आश्रमके परिसरमें आतंक उत्पन्न किया है । आश्रममें लगभग ४० प्रौढ व्यक्ति रहते हैं ।

२. गुंडोंने मुख्य रूपसे अहातेमें सुशोभीकरण हेतु लगाई अनेक कुंडियोंको लाठीसे फोड डाला ।

३. आश्रमके प्रवेशद्वारके पास लगाए गए १५ वैटका सीएफएल का दिया गुंडोंने फोडा ।

४. साधकोंने पुलिसको दूरभाष कर संपर्क करनेपर पहरा पुलिस आश्रमके समीप आए; परंतु तबतक गुंडे लापता हो गए थे ।

५. पुलिसने साधकोंद्वारा घटनाकी जानकारी ली एवं घायल साधकोंको वैद्यकीय जांचके लिए लेकर गए ।

६. पुलिस जानेके पश्चात एक समाजकंटक स्कूटरपर स्वार होकर आया एवं उसने प्रवेशद्वारके साधकोंको अश्‍लील गालियां देकर पुनः मारपीट करनेकी धमकी देकर चला गया ।

७. पुलिसको इन गुंडोंको त्वरित ढूंढकर उनपर परिवाद प्रविष्ट कर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करनी चाहिए । इन समाजकंटकोंद्वारा पुनः आश्रममें आकर साधकोंके साथ मारपीट एवं  तोडफोड करनेकी संभावनाको देखते हुए सनातन संस्थाके व्यवस्थापकीय विश्‍वस्त श्री. वीरेंद्र मराठेने यहां सुरक्षाके लिए एक पुलिसकी नियुक्ति करनेकी विनती पुलिससे की है ।

समाजकंटकोंद्वारा किए गए आक्रमणमें सनातनके साधक श्री. सागर म्हात्रेको आई चोट


सनातन संस्थाके रामनाथीके (गोवा) आश्रमपर आक्रमण करनेवालोंको तत्काल बंदी बनाया जाए ! – आनंद रजपूत, शिवसेना

मिरज (महाराष्ट्र) – शिवसेना उत्सव समितिप्रमुख श्री. आनंद रजपूतने कहा कि २२ अक्तूबरको सेवेरे समाजकंटकोंने सनातन संस्थाके रामनाथी-गोवाके आश्रमके अहातेमें घुसकर वहांके निवासियोंको लाठियां, लोहेके गज तथा पत्थरोंसे मारपीट की । शिवसेनाकी ओरसे इस घटनाका मैं निषेध करता हूं । केवल गोवा राज्यके लिए ही नहीं, अपितु अखिल भारतीय स्तरपर हिन्दू धर्मके लिए कार्य करनेवाले एक आध्यात्मिक एवं हिन्दुनिष्ठ संगठनके आश्रमपर इस प्रकारसे आक्रमण होना अत्यंत धक्कादायी है । विशेष कर भाजपाके राज्यमें ऐसी घटना अपेक्षित नहीं है । आश्रमके अहातेमें घुसकर आक्रमण करनेवालोंको तत्काल बंदी बनाने तथा इस प्रकरणके मूलतक जाकर पता लगानेकी मांग शिवसेनाकी ओरसे मैं करता हूं ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Comment

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​