रत्नागिरी : हिन्दू राष्ट्र-स्थापना एवं परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी को दीर्घ प्रकृतिस्वास्थ्य प्राप्त होने के उद्देश्य से सनातन के संत पू. वैद्य विनय भावे के मोर्डे गांव के घर २१ जुलाई को पंचमुखी हनुमत्कवच यज्ञ किया गया । यह यज्ञ प.पू. दास महाराज के मार्गदर्शन में किया गया । इस यज्ञ का यजमानपद श्री. विक्रम भावे ने एवं यज्ञ का पौरोहित्य सनातन के साधक-पुरोहित सर्वश्री पवन बर्वे, अवधुत मुळ्ये, कौशल दामले तथा नितीन अभ्यंकर आदि ने किया । इस यज्ञसमारोह में प.पू. दास महाराज की पत्नी पू. (श्रीमती) लक्ष्मी तथा माई नाईक, प.पू. गगनगिरी महाराज के शिष्य प.पू. उल्हासगिरी महाराज एवं पू. वैद्य विनय भावे की वंदनीय उपस्थिति रही ।
क्षणिकाएं :
१. यज्ञज्वाला में श्री हनुमानजी के विविध रूपों के दर्शन हुए ।
२. दो दिन तक यज्ञसमारोह चालू रहतेमें वातावरण चैतन्यमय प्रतीत हो रहा था ।
पूर्णाहुती के उपरांत पुरोहितों के मार्गदर्शन के अनुसार उपस्थित लोगों ने श्री पंचमुखी हनुमान के चरणों में की प्रार्थना
हे श्रीराम एवं हे श्री पंचमुखी हनुमानजी, हिन्दू राष्ट्र स्थापना के धर्मकार्य में आनेवाली सभी विघ्न एवं अडचनें दूर हो, परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी को दीर्घ आयुष्य एवं स्वास्थ्य का लाभ हो, उनकी शारीरिक व्याधियों का निर्मूलन हो, साधकों के धर्मकार्य के समय आनेवाली अडचनों का निर्मूलन हो, साधकों की भावभक्ति में वृद्धि हो, धर्माभिमानी हिन्दुओं में साधना की लगन बढे, सभी हिन्दुओं में धर्मप्रेम बढे एवं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हो, ऐसी आपके चरणों में प्रार्थना है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात