सना : यमन में ३ वर्ष की बच्ची से बलात्कार और हत्या के आरोपी को हजारों लोगों के सामने मशीन गन से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया। मृत बच्ची के पिता इस पूरी घटना को देख रहे थे। उन्होंने कहा कि, बेटी के हत्यारे को इस तरह मरते देख उनके मन को ठंडक पहुंची। ४१ वर्ष के मोहम्मद मगराबी को शरिया न्यायालय ने मौत की सजा सुनाई थी। उसे ३ वर्ष की बच्ची को गली से उठाकर बलात्कार और हत्या करने के मामले में दोषी पाया गया था। दोषी ने बच्ची की मौत होने के बाद भी बलात्कार किया और शव मस्जिद के पास फेंककर भाग गया।
डेली मेल के अनुसार, मृत बच्ची के पिता याह्या अलमातरी ने कहा कि, उन्हें बेटी के हत्यारे को ऐसी सजा मिलने के बाद पुनर्जन्म जैसा अहसास हो रहा है। ‘यह मेरी जिंदगी का पहला दिन है। अब मुझे सुकून मिल गया है।’ मगराबी को मौत के घाट उतारने के लिए जब उसे गाडी से बाहर निकाला गया तो वहां हजारों की भीड नारे लगा रही थी, ‘न्याय अमर रहे।’ दोषी को हाथ-पैर बांधकर एक सफेद कपडे पर लिटाने के बाद एके ४७ से उसपर गोलियां चलाई गईं और उसके पूरे शरीर को छलनी कर दिया गया। वहां इकट्ठी भीड इस घटना पर नारे लगा रही थी।
पीडिता के पिता ने कहा, ‘हमने अपनी छोटी सी बच्ची को दफनाया, उसके साथ बेरहमी से बलात्कार और हत्या की गई थी। खु़दा ने हमें न्याय दिया है।’ शहर में दोषी के विरोध में इतना रोष था कि, पुलिस को डर था, कहीं भीड ही उसे मौत के घाट न उतार दे।
बता दे कि, मगराबी ने गली में खेल रही बच्ची को ईद के त्योहार के दौरान उठा लिया और बलात्कार करने के बाद हत्या कर दी। अपराध कबूल करने के बाद पहले न्यायालय ने उसे १०० कोडे मारने की सजा दी पंरतु जनता के गुस्से को देखते हुए बाद में मौत की सजा दी गर्इ।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स