मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के आदमपुर छावनी गांव में प्रस्तावित आधुनिक कत्लखाने के विरोध में गुरुवार को सडक पर उतरे लोगों को भाजपा के विधायक रामेश्वर शर्मा भी साथ थे। बढते विरोध के बीच नगर निगम की बैठक में कत्लखाने के लिए लाए गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया। राजधानी के हुजूर विधानसभा क्षेत्र के आदमपुर छावनी गांव में आधुनिक कत्लखाना खोलने का प्रयास चल रहा था। इसके विरोध में स्थानीय नागरिकों के साथ हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, एवं बौद्ध धर्म के धर्म गुरु सरपंचों व भोपाल के प्रतिष्ठित सामाजिक, धार्मिक एवं व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि सडकों पर उतरे। उनके साथ क्षेत्र के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा भी थे। राजधानी के एम. वी. एम. कॉलेज के मुख्य द्वार से लोगों की रैली शुरू होकर राजभवन पहुंची। जहां विधायक शर्मा के नेतृत्व में सभी धर्मो के धर्माचार्य एवं अन्य संगठनों के प्रतिनधियों के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल के नाम का ज्ञापन उनके प्रतिनिधि मेजर जी.एस. परिहार को सौंप कर अपनी भावनाओं से अवगत कराया।
विधायक शर्मा का कहना है कि, भोपाल के नागरिक नहीं चाहते कि उनका शहर मांस की मंडी के नाम से पहचाना जाए। इस कत्लखाने के निर्माण से गांवों में पशुधन की हानि होगी, मवेशियों की चोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी होगी, साथ ही गौ वंश एवं भैंस, बकरी पर खतरा बढ़ जाएगा। एक आेर भाजपा विधायक की अगुवाई में रैली, प्रदर्शन चल रहा था, तो दूसरी ओर नगर निगम में आदमपुर छावनी गांव में आधुनिक कत्ल खाने का प्रस्ताव आया, जिसे सर्वसम्मति से पार्षदों ने खारिज कर दिया !
स्त्रोत : जनसत्ता