इस्लामाबाद : २००८ मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा ने चुनावी राजनीति में शामिल होने की घोषणा कर दी है ! सईद की राजनीतिक पार्टी का नाम ‘मिल्ली मुस्लिम लीग’ है। जमात-उद-दावा के वरिष्ठ सदस्य सैफुल्लाह खालिद को पार्टी का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। सोमवार को इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी का नाम, लोगो और झंडा सार्वजनिक किया गया।
मीडिया से बात करते हुए सैफुल्लाह ने कहा, ‘मिल्ली मुस्लिम लीग पाकिस्तान को एक वास्तविक इस्लामिक एवं कल्याणकारी देश बनाने के लिए काम करेगी !’ सैफुल्लाह ने कहा कि, उसकी पार्टी समान विचारधारावाली पार्टियों के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि पार्टी में हाफिज की क्या भूमिका रहनेवाली है !
सईद की ओर से राजनीति में आने का ऐलान ऐसे समय पर किया गया है जब पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल का माहौल है। पनामा केस में नवाज शरीफ को पीएम की कुर्सी गंवानी पड़ गई है। ऐसे में हाफिज सईद को लगता है कि उसके लिए यह राजनीति में कदम रखने का सबसे बेहतर मौका है क्योंकि पाकिस्तान की सेना और आयएसआय में हाफिज सईद की अच्छी पैठ है !
गौरतलब है कि, हाफिज सईद पिछले ६ महीने से नजरबंद है। पंजाब सरकार ने ३१ जनवरी को सईद और उसके चार करीबी सहयोगियों अब्दुल्ला उबैद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुल रहमान आबिद और काजी आसिफ हुसैन को आतंकवाद रोधी कानून १९९७ के तहत हिरासत में लिया था। यह कार्रवाई अमेरिका की उस चेतावनी के बाद की गई थी जिसमें अमेरिका ने कहा था कि अगर जमात-उद-दावा के विरोध में कार्रवाई नहीं की गई तो वह पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगा सकता है ! हाल ही में एक अगस्त को उसकी हिरासत दो महीने के लिए और बढ़ा दी गई थी।
बता दें कि मुंबई के २६/११ आतंकवादी हमले का हाफिज सईद मास्टरमाइंड है और भारत इसके विरोध में लगातार कार्रवाई की मांग कर रहा है। मंबई में हुए आतंकवादी हमलों में १६० लोगों ने जान गंवाई थी। हाफिज को संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकी घोषित किया जा चुका है और उस पर एक करोड़ रुपये का ईनाम है। हालांकि सईद अपने ऊपर लगे आरोपों से हमेशा इनकार करता रहा है।
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स