पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के सदस्य लालचंद मलही को पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के जबरन धर्म परिवर्तन का विरोध करने पर रॉ का एजेंट करार दिया गया । पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के नेशनल असेंबली के सदस्य लाल चंद मलही ने सिंध में अल्पसंख्यकों के धर्म परिवर्तन के मुद्दे को गंभीर करार देते हुए एक प्रस्ताव रखा । पाकिस्तानी नेशनल असेंबली के हिंदू सदस्य होने के कारण विपक्षी सदस्यों ने लाल चंद को भारतीय जासूस और रॉ का एजेंट कहा । पीर अयूब जन सरहंदी सिंध के मौलवी है । उस पर हिदुओं का जबरन धर्म परिवर्तन का आरोप है । इस संदर्भ में जब लाल चंद ने असेंबली में प्रस्ताव रखा तो पीर अयूब ने उनको राष्ट्र विरोधी और भारतीय रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का एजेंट होने का आरोप लगाया ।
आॅल पाकिस्तान फेमिनिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक शुमैला एच शाहनी ने धर्म परिवर्तन के आरोपों पर कहा कि, पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के विरोध में अत्याचार और ब्लैकमेल की शिकायतें प्रायः सुनने को मिलती हैं । जब भी एक हिंदू अन्याय के विरोध में आवाज उठाता है तो उसे राष्ट्र विरोधी करार दिया जाता है । इस तरह उसकी जुबान बंद करा दी जाती है । रॉ एजेंट करार देना एक तरह का हेट स्पीच है ।
स्त्रोत : रिपब्लिक हिन्दी