क्रिकेट को ही अपना धर्म माननेवाले जन्म हिन्दू क्या इससे कुछ सिखेंगे ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
नई देहली : दक्षिण अफ्रीका को ३ – १ से सीरीज हराने के बाद इंग्लैंड टीम के खिलाडियों ने ख़ुशी में पार्टी मनाई जिससे इंग्लैंड के खिलाडी मोईन अली ने दुरी बना ली। मोईन एक ऐसे खिलाडी के रूप में जाने जाते हैं जो मैदान पर जितना बेहतर खेलते हैं, उतना ही अपने धर्म को लेकर भी ईमानदार रहते हैं। इस्लाम धर्म के शर्तों के विरोध में आयोजित होनेवाली पार्टी से मोईन हमेशा दुरी बनाए रखते हैं। टीम के आल राउंडर और आखिरी टेस्ट के हीरो रहे मोईन ने पहले भी कई बार जीत कि ख़ुशी में आयोजित पार्टी से दुरी बनाई है। मोईन के टीम मेट्स ने दक्षिण अफ्रीका को सीरीज में हराकर जीत की खुशी में शैंपेन की बोतल खोल कर जैसे ही कैंपेन सेलिब्रेट करना शुरू किया मोईन वहां से दूर हट गए !
दरअसल इंग्लैंड के खिलाडियोंद्वारा आयोजित जीत की पार्टी में शैंपेन या बीयर के रूप में अल्कोहल का उपयोग होता है, जो इस्लाम धर्म के शर्तों के विरोध में है। मोईन अपने धर्म को लेकर बेहद ईमानदार हैं। उनकी आस्था, और आत्मा इस चीज के लिए अनुमति नहीं देती कि वो ऐसे पार्टी में बने रहें ! यही वजह है कि मोईन ऐसे पार्टी से दुरी बना लेते हैं !
स्त्रोत : पत्रिका