कार्तिक शुक्लपक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६
दमिश्क – सीरिया और इराक में जबर्दस्त तबाही मचा रहे आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का क्रूर चेहरा एक बार फिर सामने आया है। आतंकवादियों ने सीरिया में पत्थर मार-मारकर एक महिला की जान ले ली। पत्थर मारने वालों में खुद महिला का पिता भी शामिल था। महिला पर दूसरे पुरुषों से संबंध रखने का आरोप था। आईएसआईएस ने इस घटना का वीडियो जारी किया है। इसमें दिखाया गया है कि महिला का पिता उसे रस्सी से बांधकर ले जा रहा है, वह गिड़गिड़ा रही है, लेकिन उस पर रहम नहीं किया जाता और उसकी हत्या कर दी जाती है।
पिता ने आतंकियों के साथ बरसाए पत्थर
बताया जा रहा है कि यह घटना सीरियाई शहर हमा की है। वीडियो में दिखाया गया है कि महिला का पिता उसे रस्सी से बांधकर आतंकियों के बीच ले जाता है। एक धर्मगुरु अरबी में महिला को दूसरे पुरुषों से संबंध रखने का दोषी ठहराता है। इस दौरान महिला अपनी जान की भीख मांगती है। वह अपने पिता से भी कहती है कि उसे माफ कर दिया जाए, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी जाती। महिला का पिता कहता है कि मुझे अपना पिता मत कहो। इसके बाद वह आतंकवादियों को अपनी बेटी पर पत्थर बरसाने का संकेत देता है। जब महिला पर कई पत्थर बरसा दिए जाते हैं और वह गिर जाती है तो उसका पिता एक बड़ा पत्थर लेकर खुद उसके पास पहुंचता है और उसकी हत्या कर देता है।
आतंकियों ने हत्या को बताया ऊपर वाले का आदेश
वीडियो में दिखाया गया है कि महिला पर पत्थर बरसाने से पहले आतंकवादी उससे कहते हैं कि वह खुद को खुशनसीब महसूस करे, क्योंकि उसकी हत्या का आदेश ऊपर वाले ने दिया है और इस्लामिक कानून के तहत ऐसा किया जाना जरूरी है। इसके बाद महिला से पूछा जाता है कि क्या वह अल्लाह का आदेश मानने को तैयार है, तो वह हां कहती है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर
मोहम्मद गजनी का क्रुअलता निदियता थी माशूम बच्चो को आसमान में उछाल कर तलवार चला कर वध कर देता था ऐसा हम लोगोने इतिहास में पढ़ा था ? पर आज जो इकीसवीं सदी में इराक और बगदाद के आतंकी संग़ठन खुले आम मानव वध कर रहा है य रोज सुन रहे है देख भी रहे है नेट के माध्यम से देख भी रहे है इस से ज्यादा भयानक क्या होगा निर्दयता के साथ महिलाओ और बच्चो को बेरहमी से मर रहे है। य मानवता का वध है इसका जितना निंन्दा की जा काम है।