हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कागल में तहसीलदार एवं लिंगनूर दुमाला में उपसरपंच को निवेदन सौंपा गया
कागल (जनपद कोल्हापुर, महाराष्ट्र) : श्री गणेशमूर्ति का दान नहीं, अपितु उसका धर्मशास्त्र के अनुसार विसर्जन किया जाए । यहां के तहसीलदार श्री. किशोर घाटगे को १४ अगस्त को इस मांग का निवेदन सौंपा गया । इस अवसरपर धर्मप्रेमी सर्वश्री प्रमोद आरेकर, रुद्रप्पा पाटिल, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के सर्वश्री किरण चव्हाण, दशरथ डोंगळे, हिन्दू जनजागृति समिति के सर्वश्री संतोष सणगर एवं आदित्य शास्त्री उपस्थित थे ।
तथाकथित विद्रोही, पुरोगामी एवं अंनिस जैसे संगठन श्री गणेशमूर्तियों का नदी अथवा तालाब में विसर्जन के कारण जलप्रदूषण होने का रोना रोते हैं; परंतु वास्तविक रूप में गणेशमूर्तियों का नदी में विसर्जन करने से प्रदूषण नहीं होता, अपितु पर्यावरण विशेषज्ञों के अध्ययन के अनुसार कारखानों से नदी में छोडा जानेवाला रसायनयुक्त पानी एवं गांवों से छोडे जानेवाले धोवनजल के कारण जलप्रदूषण होता है । इसके लिए प्रशासन उचित कदम उठाकर हिन्दुआें को उनके शास्त्र के अनुसार ही श्री गणेशमूर्तियों का विसर्जन करने दे । शासन मूर्तिदान न करने के विषय में जनता में जागृति कर अपने कर्तव्य का पालन करे । हिन्दुत्वनिष्ठोंने तहसीलदार श्री. घाटगे के सामने अपनी ये मांगें रखी ।
लिंगनुर दुमाला में उपसरपंच को निवेदन सौंपा
लिंगनुर दुमाला (जनपद कोल्हापुर, महाराष्ट्र) : श्री गणेशमूर्तियों का दान नहीं, अपितु धर्मशास्त्र के अनुसार ही श्री गणेशमूर्तियों का विसर्जन हो । १४ अगस्त कोे हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कागल तहसील के लिंगनुर दुमाला की उपसरपंच श्रीमती मंगल कुंभार को इस मांग का निवेदन सौंपा गया । इस अवसरपर ग्रामपंचायत के ग्रामसदस्य, ग्रामसेवक, धर्मप्रेमी सर्वश्री वसंत बागहे, सागर कामले, प्रमोद बागडे, सूरज बारड, दत्तात्रेय कुंभार, हिन्दू जनजागृति समिति के सर्वश्री संतोष सणगर एवं आदित्य शास्त्री उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात