नई दिल्ली : जामा मस्जिद के अंदर रविवार शाम नमाज पढ़ाते समय शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी को जलाने की कोशिश की गई। इमाम पर मिट्टी का तेल छिड़कने के बाद आरोपी युवक ने जैसे ही लाइटर जलाने की कोशिश की तभी सुरक्षा गार्डो ने उसे दबोच लिया।
पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसकी पहचान 24 परगना, पश्चिम बंगाल के रहने वाले कमालुद्दीन उर्फ कमल के रूप में हुई है। घटना का कारण नहीं पता चल पाया है।
शाबान होंगे जामा मस्जिद के नए इमाम
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने अपने 19 वर्षीय बेटे शाबान बुखारी को अपना उत्तराधिकारी चुना है। वर्ष 1656 में बनी देश की सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिद में शाही इमाम का पद एक ही परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी चलता आ रहा है। 22 नवंबर को एक बड़े आयोजन में में शाबान को नायब शाही इमाम के तौर पर नियुक्त किया जाएगा।
शाबान अभी एक निजी विश्वविद्यालय में सोशल वर्क में स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं। शाही इमाम बुखारी ने बताया कि धार्मिक क्षमताओं और मानवता के प्रति उनके झुकाव को देखते हुए उन्हें उत्तराधिकारी बनाया गया है। शाही इमाम का पद काफी प्रभावशाली माना जाता है। बुखारी राजनीतिक दलों से संबंधों के चलते विवादों में भी रहे हैं।
गौरतलब है कि 2014 के आम चुनाव में जहां उन्होंने मुसलमानों से कांग्रेस के समर्थन की अपील की थी। वहीं वर्ष 2012 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में सपा की ओर हाथ बढ़ाया था।
स्त्रोत : जागरण