कुशीनगर : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में कसया थानान्तर्गत गांव कुरमौटा में लव जिहाद का मामला सामने आया है। लव जिहाद के कुचक्र में फंसी महाराष्ट्र के पूना बारामती की रहने वाली युवती के शरीर पर ब्लेड से काटने से बने तमाम निशान अनन्त पीडा से उसकी कराहती जिंदगी की दांस्ता कहने के लिए काफी हैं। आरोप है कि, हिन्दू बताकर इस युवती से मंदिर में विवाह करने वाला कुशीनगर के कुरमौटा गांव का मुस्लिम युवक ने पीडता को गांव लाकर निकाह करने को विवश कर दिया। गर्भवती होने पर दवा के बहाने एक परिचित डॉक्टर के यहां न केवल गर्भपात कराने बल्कि ऐसा ऑपरेशन कराने का भी गंभीर आरोप है जिससे भविष्य में वह मां न बन सके। इतना ही नहीं १ अगस्त को अपने परिजनों की मदद से सादे कागज पर हस्ताक्षर कर घर से बाहर निकाल दिया गया। कई दिन टालने के बाद कसया पुलिस ने युवक पर कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, कुशीनगर जनपद के कसया थानांतर्गत स्थित कुरमौटा गांव निवासी हुसैन अली पूना में पेंटिंग का काम करता था। पड़ोस में एक ब्राह्मण परिवार रहता था जो पीडिता की मौसा का घर था। आरोप है कि, हुसैन ने भी स्वयं को ब्राह्मण बताया और मेल जोल बढा लिया। महाराष्ट्र के श्रीगोंवा जनपद, थाना शिरोर के पूना बारामती की निवासी पीडिता अपनी मौसी के यहां आती-जाती थी।
परिचय बढने के बाद एक दिन अपना नाम राजा और जाति ब्राह्मण बताकर हुसैन अली ने पीडिता के सामने विवाह का प्रस्ताव रख दिया। चूंकि युवती के पिता का स्वर्गवास हो चुका था और घर की माली हालत अच्छी नहीं थी, इसलिए पीडिता ने राजा बने हुसैन अली का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। युवती के परिजनों की सहमति से मंदिर में हिन्दू-रीति रिवाज से दोनों की विवाह हो गई।
पीडिता का कहना है कि, कुशीनगर जनपद के कसया थाना अंतर्गत स्थित हुसैन अली के गांव कुरमौटा आई तो उसका असली नाम व धर्म पता चला और वह सदमे में आ गई। विरोध जताने पर हुसैन अली ने जबरिया निकाह करा कर लिया और उसका नाम आयशा खातून रख दिया। इसी नाम से आधार कार्ड भी बनवा दिया। पीडिता का आरोप है कि, पूना ले जाकर आरोपी ने न केवल धोखे से गर्भपात करा दिया बल्कि कोई ऐसा ऑपरेशन करा दिया जिससे वह कभी मां नहीं बन सकती।
पीडिता ने अत्याचार की जो कहानी सुनाई वह यहीं समाप्त नहीं होती। उसके अनुसार आए दिन उसे पीटा जाने लगा। पीडिता का कहना है कि, हुसैन अली अक्सर उसके शरीर को ब्लेड से काट देता था। पीडिता के शरीर पर जगह-जगह ब्लेड से काटने के बने अनगिनत निशान पीडिता के अनगिनत पीडा की आज भी गवाही दे रहें थे। पीडिता का आरोप है कि, वर्षों तक अत्याचार ढाहने के बाद १ अगस्त कुछ लोगों के मिलकर एक बंद कमरें में पीडिता के गले पर चाकू रख दिया और एक सादे कागज पर हस्ताक्षर कराने के बाद घर से बाहर भगा दिया। पीडिता के अनुसार, हुसैन अली का कहना है कि, मुझे जो करना था कर लिया, अब तुम्हारी कोई आवश्यकता नहीं है।
संदर्भ : पत्रिका