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केरल में कानून एवं सुव्यवस्था की धज्जियां उडानेवाली कम्युनिस्ट सरकार को जनता कब विसर्जित करेगी ?
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मुसलमानोंकी कथित हत्या होने पर असहिष्णुता बढनेका ढिंढोरा पीटनेवाले आधुनिकतावादी तथा धर्मनिरपेक्ष केरल में होनेवाले संघ कार्यकर्ताआें की हत्याआेंपर चुप क्यों बैठते है ?
मलप्पुरम् (केरळ) – केरल के मलप्पुरम जिले में गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी। यह भी एक राजनीतिक हत्या है। पुलिस ने बताया की इसी के चलते शहर में तनाव काफी बढ़ा हुआ है।
बिपिन नामक यह स्वयंसेवक के शरीर पर इतने वार किये गए थे की उसकी हालत देखकर वहां से गुजर रही है महिलाएं बेहोश तक होगई थी। उसका शव सडक किनारे पड़ा मिला, जिसपर कई वार के घाव थे। आपको बता दें यह कार्य कथित तौर वामपंथी दलों द्वारा किया गया है और यह एक राजनीतिक हत्या है।
बिपिन की हत्या राजनीतिक हत्याओं में सबसे ताजा घटना है, आरएसएस ने इस हत्या के लिए सत्तारूढ़ वामपंथी दल को दोषी ठहराया है। इस महीने की शुरुआत में, एक ३४ वर्षीय आरएसएस कार्यकर्ता की भी इसी तरह हत्या कर दी गर्इ थी। उस हत्या में भी कथित तौर सीपीआई (एम) के समर्थकों जुड़े थे।
आपको बता दें आए दिन संघ से जुड़े लोग और हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताआें को वामपंथी हिंसा का शिकार बनाया जा रहा है। पिछले कुछ समय में हिंसक घटनाओं में चिंतित करने वाली वृद्धि हुई है और प्रदेश में मार्क्सवादी हिंसा को मुख्यमंत्री पी. विजयन का संरक्षण प्राप्त है। राज्य सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए कोई कठोर कदम नहीं उठाए हैं, बल्कि घटनाओं की लीपापोती करने का प्रयास जरूर किया है। बीते महीने जुलाई २९ तारीख को भी एक आरएसएस कार्यकर्ता की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी थी।
स्त्रोत : हिन्दुस्थान न्यूज